मुग़ल शासन व्यवस्था एवं प्रशासनिक तंत्र

मध्यकालीन भारत में मुग़ल शासन-व्यवस्था सबसे केंद्रीकृत और विस्तृत राजनीतिक तंत्रों में से एक थी। यह सम्राट की निरंकुश सत्ता पर आधारित थी, जिसके अधीन नागरिक, सैन्य तथा न्यायिक सभी अधिकार निहित थे। समय के साथ, मुग़लों ने केंद्रीय, प्रांतीय और स्थानीय प्रशासन की एक अत्यंत संगठित व्यवस्था विकसित की, जिसमें विशेष विभाग, अनुशासित सैन्य ढाँचा तथा मनसबदारी और जागीरदारी जैसे अद्वितीय संस्थान सम्मिलित थे।

केंद्रीय प्रशासन

  • सम्राट झरोखा दर्शन की परंपरा का पालन करता था और दीवान-ए-आम में आम जनता से मिलकर उनकी शिकायतें सुनता था।
  • वज़ीर राजस्व विभाग का प्रमुख होता था, किंतु अकबर के समय में उसका पद अधिक औपचारिक ....
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