स्थानिक एवं संकटग्रस्त प्रजातियों का संरक्षण

भारत अत्यधिक जैव-विविधता वाला देश है, जहाँ विश्व की लगभग 7-8% अभिलिखित प्रजातियाँ पाई जाती हैं। हिमालय, पश्चिमी घाट और इंडो-बर्मा क्षेत्र में अनेक स्थानिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जो पृथ्वी पर और कहीं नहीं मिलतीं। किन्तु ये प्रजातियाँ तीव्र आवास-हानि, जलवायु परिवर्तन और मानवीय हस्तक्षेप के कारण संकट में हैं। IUCN रेड लिस्ट में इनकी स्थिति (अत्यंत संकटग्रस्त, संकटग्रस्त, अति संवेदनशील) यह संकेत देती है कि इनके संरक्षण के बिना न केवल पारिस्थितिक संतुलन, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर और स्थानीय आजीविका भी प्रभावित होगी।

हालिया विकास

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