गरीबी और भुखमरी: संवैधानिक निर्देश बनाम नीतिगत यथार्थ

दशकों से चली आ रही नीतिगत पहलों के बावजूद, भारत में आज भी गरीबी और भुखमरी करोड़ों लोगों को प्रभावित करती है। वैश्विक भुखमरी सूचकांक (2024) में भारत 127 देशों में 105वें स्थान पर है, जो %गंभीर% स्थिति को दर्शाता है। संविधान ने अनुच्छेद 39(क), 41 और 47 के माध्यम से नागरिकों की आजीविका सुनिश्चित करने, सार्वजनिक सहायता प्रदान करने और पोषण स्तर को सुधारने का निर्देश दिया है। किंतु ये लक्ष्य आंशिक रूप से ही साकार हो पाए हैं। यद्यपि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) और मनरेगा (MGNREGA) जैसी योजनाओं से राहत मिली है, फिर भी क्रियान्वयन की खामियाँ ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।
प्रारंभिक विशेष