क्वांटम क्रिप्टोग्राफी: क्वांटम-प्रतिरोधी एन्क्रिप्शन विधियों का विकास

क्वांटम कंप्यूटिंग के विकास के साथ ही पारंपरिक एन्क्रिप्शन विधियाँ—जैसे RSA (Rivest–Shamir–Adleman) और ECC (Elliptic Curve Cryptography)—कमज़ोर पड़ सकती हैं। शक्तिशाली क्वांटम कंप्यूटर इन तकनीकों की गणितीय समस्याओं को तेजी से हल कर सकते हैं।

  • इसी खतरे से निपटने के लिए "पोस्ट-क्वांटम क्रिप्टोग्राफी" (PQC) या "क्वांटम-प्रतिरोधी एन्क्रिप्शन" विधियों का विकास और मानकीकरण किया जा रहा है।

क्वांटम-प्रतिरोधी एन्क्रिप्शन विधियाँ

  • पोस्ट-क्वांटम क्रिप्टोग्राफी उन क्रिप्टोग्राफ़िक तकनीकों का समूह है, जिन्हें ऐसे कंप्यूटर हमलों के विरुद्ध सुरक्षित माना जाता है जिनमें क्वांटम कंप्यूटिंग का उपयोग होता है।
  • इनकी प्रमुख श्रेणियाँ हैं:
    • लैटिस-आधारित क्रिप्टोग्राफी (Lattice-based): बहुआयामी लैटिस संरचनाओं पर आधारित समस्याएँ क्वांटम कंप्यूटर के लिए ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।
प्रारंभिक विशेष