3D-प्रिंटेड अंग

3D-प्रिंटेड अंग (3D-Printed Organs) एक क्रांतिकारी तकनीक है, जिसमें बायोप्रिंटिंग के माध्यम से मानव ऊतकों और कोशिकाओं का उपयोग करके कृत्रिम अंग बनाए जाते हैं।

3D-प्रिंटेड अंग: प्रमुख बिंदु

  • उद्देश्य: बायोइंक (कोशिका-युक्त हाइड्रोजेल) और 3D बायोप्रिंटर का उपयोग करके कार्यात्मक अंग (जैसे हृदय, गुर्दे, यकृत) बनाना, जो प्रत्यारोपण, दवा परीक्षण, और रोग मॉडलिंग के लिए उपयोगी हों।

प्रक्रिया

  • इमेजिंग: CT/MRI से रोगी-विशिष्ट डेटा।
  • मॉडलिंग: CAD सॉफ्टवेयर में 3D डिज़ाइन।
  • प्रिंटिंग: बायोइंक (स्टेम सेल, हाइड्रोजेल) के साथ परत-दर-परत निर्माण।
  • परिपक्वता: बायोरिएक्टर में कोशिका वृद्धि और कार्यक्षमता।

लाभ

  • अंग की कमी को दूर करना (वैश्विक स्तर पर ....
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