भारत के प्राचीन एवं मध्यकालीन वैश्विक व्यापारिक संबंध

भारत की भौगोलिक स्थिति, जो भारतीय महासागर, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से घिरी है ने उसे प्राचीन काल से ही विश्व व्यापार का स्वाभाविक केंद्र बना दिया था। भारत अपने मसालों, वस्त्रों, धातुओं, रत्नों और नील के लिए प्रसिद्ध था, जबकि यह घोड़े, विलास वस्तुएँ और कीमती धातुएँ बाहर से आयात करता था। समय के साथ भारत ने समुद्री और स्थल मार्गों का एक विशाल जाल विकसित किया, जो उसे मेसोपोटामिया, रोम, चीन, दक्षिण-पूर्व एशिया, अरब और पूर्वी अफ्रीका से जोड़ता था। सिंधु सभ्यता के बंदरगाहों से लेकर मुग़ल युग के समुद्री नगरों तक, भारत का व्यापार विश्व ....

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