गुप्त काल: कला, साहित्य, विज्ञान एवं स्थापत्य का स्वर्णयुग

गुप्त काल (लगभग 320–550 ईस्वी) को प्राचीन भारत का शास्त्रीय युग” (Classical Age) कहा जाता है। यह वह काल था जब राजनीतिक स्थिरता, समृद्ध अर्थव्यवस्था और शाही संरक्षण ने भारत में कला, साहित्य, विज्ञान और स्थापत्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास को जन्म दिया। इस युग में भारतीय ज्ञान परंपरा को व्यवस्थित रूप से संहिताबद्ध (Codified) और मानकीकृत (Standardized) किया गया, जिसने आगे आने वाली भारतीय सभ्यता की नींव को स्थायी रूप से प्रभावित किया।

संहिताकरण और मानकीकरण

क्षेत्र

प्रमुख व्यक्तित्व और योगदान

शास्त्रीय प्रतिमान का स्वरूप

सामाजिक-सांस्कृतिक प्रतिबिंब

साहित्य

कालिदास: गुप्त दरबार ....

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