परिवहन एवं संचार के आधारभूत ढांचे का विकास (1858-1947)

1858 से 1947 के बीच ब्रिटिश शासन ने भारत में रेल, बंदरगाह और टेलीग्राफ जैसी आधारभूत संरचनाओं का विशाल विस्तार किया। औपचारिक रूप से इसे “आधुनिकीकरण” और “राष्ट्रीय एकीकरण” के प्रयास के रूप में प्रस्तुत किया गया, परंतु इसका असली उद्देश्य था— संसाधनों का तीव्र दोहन (कच्चा माल बंदरगाहों तक पहुँचाना), सैन्य दलों की तेज़ी से आवाजाही और ब्रिटिश व्यापार एवं राजस्व में विस्तार। इस विकास ने भारत की भौगोलिक–आर्थिक बनावट को स्थायी रूप से बदल दिया।

रेलवे का विकास

उद्गम और प्रारंभिक विस्तार

वर्ष

घटना/चरण

प्रमुख तथ्य

1843

लॉर्ड हार्डिंग ....

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