‘आदिवासियों के लिए तकनीकी’ पहल

  • 14 Oct 2020

13 अक्टूबर, 2020 को जनजातीय कार्य मंत्रालय के ट्राइफेड द्वारा आईआईटी कानपुर और छत्तीसगढ़ लघु वन उपज फेडरेशन के साथ ई-लॉन्च के माध्यम से ‘आदिवासियों के लिए तकनीकी’ (Tech for Tribals) पहल की शुरुआत की गई।

उद्देश्य: वन धन विकास केंद्रों (वीडीवीके) के माध्यम से संचालित होने वाले स्वयं सहायता समूहों की सहायता से उद्यमिता विकास, सॉफ्ट स्किल, सूचना प्रौद्योगिकी और व्यावसायिक विकास पर ध्यान देने के साथ-साथ आदिवासियों का समग्र विकास करना।

महत्वपूर्ण तथ्य: उद्यमिता कौशल विकास कार्यक्रम के तहत ट्राइफेड ने लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) के साथ मिलकर 'आदिवासियों के लिए तकनीकी' कार्यक्रम शुरू किया है।

  • 6 सप्ताह के प्रशिक्षण के दौरान, छत्तीसगढ़ राज्य के सभी जिलों में वन धन लाभार्थियों को सूक्ष्म उद्यम निर्माण, प्रबंधन और कामकाज के विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षित किया जाएगा।
  • इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य आदिवासियों के पारंपरिक ज्ञान और कौशल का दोहन करना तथा वन धन विकास केंद्रों (वीडीवीके) की स्थापना करके बाजार आधारित उद्यम मॉडल के माध्यम से उनकी आय को बढ़ाने के लिए ब्रांडिंग, पैकेजिंग और विपणन कौशल को बेहतर करना है।
  • ट्राईफेड ने अब तक 21 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में 1,243 वन धन केंद्रों को मंजूरी दी है, जिसमें 3.68 लाख आदिवासी शामिल हुए हैं।