पारिस्थितिक तंत्र सेवाओं का आर्थिक मूल्यांकन

  • 20 Oct 2020

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री, प्रकाश जावड़ेकर ने 5 अक्टूबर, 2020 को केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण-टेरी (CZA-TERI) की एक रिपोर्ट ‘पारिस्थितिक तंत्र सेवाओं का आर्थिक मूल्यांकन, राष्ट्रीय प्राणी उद्यान- नई दिल्ली’ जारी की।

महत्वपूर्ण तथ्य: यह भारत ही नहीं शायद पूरी दुनिया में अपनी तरह का पहला अध्ययन है। रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय प्राणी उद्यान द्वारा प्रदान पारिस्थितिक तंत्र सेवाओं का कुल वार्षिक आर्थिक मूल्य 422.76 करोड़ रुपए होने का अनुमान है।

  • ये 'पारिस्थितिक तंत्र सेवाएं' जैव विविधता संरक्षण, रोजगार सृजन, शिक्षा और अनुसंधान, कार्बन प्रच्छादन (carbon sequestration) और मनोरंजन और सांस्कृतिक योगदान जैसे प्रमुख हैं।
  • जबकि कार्बन भंडारण और भूमि मूल्य जैसी पारिस्थितिक तंत्र सेवाओं की एकमुश्त लागत का कुल मूल्य 55209.45 करोड़ रुपए होने का अनुमान है।

टीईईबी (The Economics of Ecosystems and Biodiversity-TEEB): पारिस्थितिक तंत्र और जैव विविधता का अर्थशास्त्र (टीईईबी) एक वैश्विक पहल है, जो 'प्रकृति के मूल्यों को दृश्यमान बनाने' पर केंद्रित है। इसके अनुसार,पारिस्थितिक तंत्र सेवाओं को चार प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है।

  • प्रावधानीकरण सेवाएं (Provisioning services) - पारिस्थितिक तंत्र से प्राप्त उत्पाद जैसे कि भोजन, ताजा पानी, लकड़ी, फाइबर आदि।
  • विनियमित सेवाएं (Regulating services) - पारिस्थितिक तंत्र के नियमन से प्राप्त लाभ जैसे- जलवायु विनियमन, प्राकृतिक खतरों का विनियमन, जल शोधन और अपशिष्ट प्रबंधन आदि।
  • सहायक सेवाएं (Supporting services) - पारिस्थितिक तंत्र से प्राप्त गैर-भौतिक लाभ शामिल हैं। जैसे- पोषक तत्व चक्रण, मृदा निर्माण आदि।
  • सांस्कृतिक सेवाएं (Cultural services) - इसमें ऐसे गैर-भौतिक लाभ शामिल हैं, जो लोग पारिस्थितिक तंत्र से प्राप्त करते हैं। जैसे- आध्यात्मिक संवर्धन, बौद्धिक विकास, मनोरंजक गतिविधियां आदि।