जलवायु अनुकूलन में मैंग्रोव पारिस्थितिक तंत्र की भूमिका

मैंग्रोव उष्णकटिबंधीय पारिस्थितिक तंत्र के लिए महत्त्वपूर्ण तटीय वन हैं। भारत के वन स्थिति रिपोर्ट, 2023 के अनुसार भारत में लगभग 4,991.68 वर्ग किमी (लगभग 5,000 वर्ग किमी) मैंग्रोव वन पाए जाते हैं, जिनका मुख्य विस्तार सुंदरबन और अंडमान द्वीप समूह में है। ये तटरेखाओं को चक्रवात और कटाव से बचाते हैं, विविध वन्यजीवों का आश्रय स्थल हैं और जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मदद करते हैं क्योंकि ये बड़ी मात्र में नीला कार्बन अवशोषित कर संचित करते हैं।

हालिया प्रगति

  • अगस्त 2025: पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने बताया कि मिश्टी (Mangrove Initiative for Shoreline Habitats & ....

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