जैव विविधता के लिए खतरे : आक्रामक प्रजातियाँ और कोरल ब्लीचिंग

जैव विविधता पारिस्थितिकीय संतुलन बनाए रखने, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने, आजीविका का आधार प्रदान करने और जलवायु नियमन में अत्यंत महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके बावजूद, यह बाह्य आक्रामक प्रजातियों और कोरल ब्लीचिंग जैसी गंभीर चुनौतियों का सामना कर रही है। बाह्य आक्रामक प्रजातियाँ स्थानीय वनस्पति और जीवों को पछाड़कर पारिस्थितिक तंत्र को बाधित करती हैं, जबकि समुद्र के बढ़ते तापमान से कोरल ब्लीचिंग होती है, जिससे समुद्री जैव विविधता और तटीय अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुँचता है। भारत एक % मेगाडायवर्स% देश होने के कारण इन दोनों बढ़ते खतरों के प्रति विशेष रूप से संवेदनशील है।

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