जाति-आधारित जनगणना और सामाजिक न्याय नीति पर विमर्श

जाति-आधारित जनगणना विभिन्न जाति समूहों, जिनमें अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) शामिल हैं, के संबंध में आंकड़ों का व्यवस्थित संकलन है। जाति-आधारित अद्यतन सामाजिक-आर्थिक आंकड़ों के अभाव ने सामाजिक न्याय नीतियों की संरचना पर लम्बे समय से जारी बहस को और प्रबल किया है। समर्थकों का तर्क है कि आधुनिक जाति जनगणना आरक्षण और कल्याणकारी योजनाओं को सटीक लक्षित करने का महत्वपूर्ण साधन है, जिससे संविधान के समानता के दायित्व को प्रभावी ढंग से पूरा किया जा सके।

हाल के घटनाक्रम

  • बिहार जाति सर्वेक्षण, 2023: इस बहस में एक ऐतिहासिक पहल के रूप में, ....

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