भारत की स्थिति : COP29 एवं वैश्विक आकलन प्रक्रिया (Global Stocktake)

वर्ष 2024 में बाकू में आयोजित COP29 में भारत ने जलवायु वित्त, समानता और संतुलित जलवायु कार्रवाई पर ध्यान केंद्रित करते हुए वार्ताओं की दिशा तय करने में सक्रिय भूमिका निभाई।

  • पेरिस समझौते द्वारा प्रारंभ की गयी वैश्विक आकलन प्रक्रिया विश्व की सामूहिक प्रगति की समीक्षा करती है, ताकि भविष्य की प्रतिबद्धताओं को दिशा मिल सके।

हालिया प्रगति

  • भारत ने प्रस्तावित जलवायु वित्त लक्ष्य ($300 बिलियन प्रति वर्ष, 2035 तक) को अस्वीकार किया और इसके बजाय कम से कम $1-3 ट्रिलियन प्रति वर्ष, जिसमें $600 बिलियन अनुदान के रूप में हों, की मांग की।
  • भारत ने COP29 को फाइनेंस COP कहा और ....
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