सामयिक

विज्ञान-प्रौद्योगिकी:

NVS-01 उपग्रह लांच करेगा ISRO

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) NVS-01 उपग्रह को लांच करने जा रहा है, जो भारत की नेविगेशन क्षमताओं को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नेविगेशन सैटेलाइट-01, या NVS-01, एक उन्नत उपग्रह है जिसे 29 मई, 2023 को लॉन्च किया जाएगा।

  • इसे 2016 में लॉन्च किए गए IRNSS-1G उपग्रह को रीप्लेस करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
  • 12 वर्षों के मिशन जीवन के साथ, NVS-01 उपग्रह का लक्ष्य उन्नत तकनीकों और क्षमताओं को शामिल करके मौजूदा नेविगेशन बुनियादी ढांचे को बढ़ाना है।
  • IRNSS अंतरिक्ष खंड में सात उपग्रहों का समूह शामिल है। इन उपग्रहों को जुलाई 2013 और मार्च 2016 के बीच लॉन्च किया गया था। NVS-01 उपग्रह IRNSS-1G की जगह लेगा।
  • इसरो ने Navigation with Indian Constellation (NavIC) की स्थापना की है, जिसे पहले भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (IRNSS) के रूप में जाना जाता था।

संचार साथी पोर्टल

केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 16 मई, 2023 को मोबाइल उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए ‘संचार साथी’ पोर्टल लॉन्च किया। यह पोर्टल दूरसंचार विभाग की एक पहल है।

  • मोबाइल उपयोगकर्ताओं को धोखाधड़ी संबंधी गतिविधियों से सुरक्षित करने के लिए ‘संचार साथी’ पोर्टल में तीन महत्वपूर्ण मॉड्यूल जोड़े गए हैं।
  • पहला- मॉड्यूल सीईआईआर (सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर) है, जो चोरी व खोए हुए मोबाइल को ब्लॉक करने के लिए है।
  • दूसरा- अपने मोबाइल कनेक्शन जानें – अपने नाम पर पंजीकृत मोबाइल कनेक्शन जानने के लिए।
  • तीसरा- एएसटीआर (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड फेशियल रिकॉग्निशन पावर्ड सॉल्यूशन फॉर टेलीकॉम सिम सब्सक्राइबर वेरिफिकेशन) – फर्जी ग्राहकों की पहचान करना शामिल है।

इसरो ने सेमी क्रायोजेनिक इंजन का सफल परीक्षण किया

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 10 मई, 2023 को अपने सेमी क्रायोजेनिक इंजन का सफल परीक्षण किया है जिसका प्रयोग भविष्य में प्रक्षेपण यानों में होगा।

  • तमिलनाडु के महेंद्रगिरी के इसरो प्रोपल्सन काप्लेक्स (आइपीसीआर)में सेमी क्रायोजेनिक इंजन का मध्यवर्ती विन्यास पर पहला एकीकृत परीक्षण किया गया।
  • यह परीक्षण 2000 किलोन्यूटन बल का इंजन विकसित करने की दिशा में पहला कदम है जो तरल आक्सीजन और किरोसिन प्रणोदक के समिश्रण से काम करेगा।
  • यह कम दबाव और उच्च दबाव वाले टर्बो-पंप, गैस जनरेटर और नियंत्रण घटकों सहित प्रणोदक फीड प्रणाली के डिजाइन को परखने के किया गया पहला था।

सेमी-क्रायोजेनिक इंजन :- सेमी-क्रायोजेनिक इंजन में परिष्कृत केरोसीन की आवश्यकता होती है जो तरल ईंधन से हल्का होता है और इसे सामान्य तापमान में संग्रहीत किया जा सकता है। तरल ऑक्सीजन के साथ संयुक्त केरोसीन रॉकेट को अधिक ऊर्जा प्रदान करता है।

विश्व की पहली आरएसवी वैक्सीन को स्वीकृति

अमरीका के खाद्य और औषधि प्रशासन ने 3 मई, 2023 को विश्व की पहली रेस्पेरेट्री सिंकाइटियल वायरल-आरएसवी की व्यस्कों के लिए बनाई गई वैक्सीन को स्वीकृति दे दी है।

  • जीवन घातक बीमारी से लोगों को बचाने के लिए पहली आरएसवी वैक्सीन को मंजूरी मिलना जन स्वास्थ्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।
  • आरएसवी संक्रमण बच्चों के बीच काफी प्रचलित है, लेकिन कभी कभी यह व्यस्क जनसंख्या को भी प्रभावित कर सकता है।
  • अमरीका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों से इस वैक्सीन को मंजूरी मिलना बाकी है।

रेस्पिरेटरी सिंकिटियल वायरस वैक्सीन (आरएसवी वैक्सीन) :- यह एक वैक्सीन है जो रेस्पिरेटरी सिंकिटियल वायरस द्वारा संक्रमण को रोकता है , RSV अनुमानित 64 मिलियन लोगों को प्रभावित करता है और प्रति वर्ष दुनिया भर में 160,000 लोगों की मौत का कारण बनता है।

स्काई रुट ऐरोस्पस ने किया 3D – प्रिंटेड क्रायोजेनिक इंजन का परीक्षण

निजी रॉकेट निर्माता स्काईरूट एयरोस्पेस ने 4 अप्रैल 2023 को अपने 3डी प्रिंटेड क्रायोजेनिक इंजन धवन-2 का 200 सेकंड की अवधि का परीक्षण किया। रॉकेट का नाम भारत के अंतरिक्ष वैज्ञानिक डॉ. सतीश धवन के नाम पर है।

  • कंपनी ने इस इंजन को अपने भारी वाहन विक्रम टू के लिए विकसित किया है।
  • स्काईरूट ने अपनी पहली उप-कक्षीय उड़ान का निष्पादन वर्ष 2022 नवंबर में किया था।
  • इस प्रक्षेपण में एकल चरण ठोस ईंधन विक्रम एस रॉकेट का प्रयोग किया गया।
  • रॉकेटों की इस श्रृंखला में विक्रम वन रॉकेट पहला ऐसा रॉकेट है जिसे कंपनी द्वारा विकसित किया जा रहा है।
  • इस रॉकेट में कंपनी तीन ठोस ईंधन चरणों का इस्तेमाल उपग्रहों को कक्षा में ले जाने के लिए करेगी।

डिजिटल जॉब पोर्टल 'वन स्टॉप-नॉन स्टॉप' का शुभारंभ

भारत की फार्मेसी शिक्षा के जनक प्रो. महादेव लाल श्रॉफ की जयंती (6 मार्च) के अवसर पर 'राष्ट्रीय फार्मेसी शिक्षा दिवस' के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने 6 मार्च 2023 को फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के डिजिटल जॉब पोर्टल 'वन स्टॉप-नॉन-स्टॉप' का शुभारंभ किया।

  • इस कार्यक्रम का आयोजन शैक्षणिक समुदाय और उद्योग के बीच अनुसंधान परिणामों के लाभों का आदान-प्रदान करने हेतु एक मंच प्रदान करने की दृष्टि से किया गया।
  • यह अकादमिक-उद्योग इंटरलिंकिंग के आधार पर वाणिज्यिक संभावनाएं तलाशने में मदद कर सकता है।

प्रो. महादेव लाल श्रॉफ:- प्रो. महादेव लाल श्रॉफ का जन्म 6 मार्च, 1902 को बिहार के दरभंगा में हुआ था। प्रो. श्रॉफ, जिन्हें भारत में फार्मेसी शिक्षा के जनक के रूप में जाना जाता है।

भारतीय पनडुब्बी ने पहली बार इंडोनेशिया में डॉक किया

सुंडा जलडमरूमध्य (Sunda Strait) को पार करने के बाद, भारतीय पनडुब्बी INS सिंधुकेसरी ने इंडोनेशिया में डॉक किया।

  • पहली बार कोई भारतीय पनडुब्बी इंडोनेशिया में डॉक किया।
  • यह डॉकिंग क्षेत्र में भारत की बढ़ती सैन्य पहुंच को दर्शाती है।
  • यह प्रोजेक्ट 877 के एक भाग के रूप में डिजाइन किए गए सिंधुघोष वर्ग से संबंधित है।
  • सिंधुघोष वर्ग मूल रूप से सोवियत संघ के KILO वर्ग की प्रतिकृति है।
  • यह 220 किमी तक मिसाइल लॉन्च कर सकती है।
  • चीन इस क्षेत्र में कृत्रिम सैन्य द्वीप बना रहा है और अपने EEZs का विस्तार कर रहा है।
  • INS सिंधुकेसरी के अलावा, अमेरिका का विमानवाहक पोत USS निमित्ज़ भी इस क्षेत्र में डॉक किया गया है।

सुंडा जलसन्धि:- इण्डोनेशिया के सुमात्रा द्वीप और जावा द्वीप के बीच यह जलसन्धि है। यह जावा सागर को हिन्द महासागर से जोड़ती है।

INS सिंधुकेसरी;- INS सिंधुकेसरी रूस निर्मित सिंधुघोष श्रेणी की पनडुब्बियों का हिस्सा है। वर्ष 2018 में पुनर्निर्मित किये जाने से पहले इस पनडुब्बी को वर्ष 1989 में भारतीय नौसेना द्वारा कमीशन किया गया था। यह पनडुब्बी 3,000 टन भार ले जाने में सक्षम एक डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बी है।

चीन ने झोंगशिंग-26 (Zhongxing-26) उपग्रह लॉन्च किया

चीन ने झोंगशिंग -26 संचार उपग्रह को 23 फरवरी को कक्षा में भेजा। यह उपग्रह वियासैट इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी उपकरण का उपयोग करके सिचुआन एयरलाइंस के एयरबस ए 320 उड़ानों जैसे विमानन यात्रियों को कनेक्टिविटी की आपूर्ति कर रहा है।

  • झोंगशिंग-26 उपग्रह को लॉन्ग मार्च 3बी रॉकेट से लॉन्च किया गया।
  • इस उपग्रह का मुख्य उद्देश्य विमानन और जहाज संबंधी कार्यों के लिए ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान करना है।
  • झोंगशिंग-26 को चाइना एकेडमी ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी (सीएएसटी) द्वारा लॉन्च किया गया था।
  • रॉकेट तीसरे चरण में तरल हाइड्रोजन और तरल ऑक्सीजन ईंधन का उपयोग करता है।
  • तरल रॉकेट ईंधन को अपने रूप में बने रहने के लिए नियंत्रित तापमान की आवश्यकता होती है।
  • चीन की 60 मिशनों में 200 से अधिक अंतरिक्ष यान लॉन्च करने की योजना है।
  • चीन की 2023 के अंत तक एक कार्गो क्राफ्ट तियानझोउ-6 लांच करने की योजना है।
Zhongxing-26:- झोंगशिंग -26 डीएफएच -4 ई उपग्रह बस पर आधारित है और रासायनिक और विद्युत प्रणोदन का उपयोग करता है। यह चीन का पहला उपग्रह है जो 100 गीगाबाइट प्रति सेकंड (जीबीपीएस) से अधिक प्रदान करता है और इसे सीएएससी के चाइना एकेडमी ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी (सीएएसटी) द्वारा विकसित किया गया था।

‘एचडी-3385’ नामक गेहूं की नई किस्म

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने गेहूं की एक नई किस्म 'एचडी-3385' विकसित की है।

  • यह मौसम में बदलाव और बढ़ती गर्मी के कारण उत्पन्न होने वाली चुनौतियों का सामना करने में सक्षम है।
  • यह नई किस्म जल्दी बुवाई के लिए अनुकूल है।
  • इसकी फसल को मार्च महीना समाप्त होने से पहले काटा जा सकता है।
  • आईसीएआर ने एचडी-3385 को पौध किस्मों और किसानों के अधिकार प्राधिकरण (PPVFRA) के संरक्षण के साथ पंजीकृत किया है।

Gk फैक्ट

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद :- यह एक स्वायत्त निकाय है जिसे पहले इंपीरियल काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च के नाम से जाना जाता था। आईसीएआर विश्व में कृषि अनुसंधान और शिक्षा संस्थानों का सबसे बड़ा नेटवर्क है।

  • मुख्यालय - नई दिल्ली
  • स्थापना – 1929

‘कवच-2023’ साइबर सुरक्षा हैकथॉन

16 फरवरी, 2023 को नई दिल्ली में भारत की साइबर तैयारी को बढ़ावा देने के लिए हैकथॉन ‘कवच 2023’ आरम्भ हुआ।

  • इसका आयोजन शिक्षा मंत्रालय का एआईसीटीई एवं गृह मंत्रालय का बीपीआर एंड डी के द्वारा किया गया है।
  • इसका उद्देश्य 21वीं शताब्दी की साइबर सुरक्षा और साइबर अपराध की चुनौतियों से निपटने के लिए नवाचार और प्रौद्योगिक समाधान ढूंढना है।
  • ‘कवच-2023’ हैकाथन में 20 समस्याओं पर ध्यान केन्द्रित किया गया है।
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