सामयिक
पश्चिम बंगाल:
दक्षिण बंगाल में हाथी गलियारा बहाली परियोजना
दक्षिण बंगाल के खंडित और खस्ताहाल जंगल देश में मानव-हाथी संघर्ष के प्रमुख केंद्र के रूप में उभरे हैं, जिसके परिणामस्वरूप मानव और हाथियों दोनों की मौत हुई हैं।
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- 2014 और 2019 के बीच, देश भर में हाथियों के हमलों में 2,381 मानव मौतें दर्ज की गईं, जिनमें से 403 (16%) पश्चिम बंगाल से दर्ज की गईं।
- हालांकि, पश्चिम बंगाल में 3% से कम हाथियों की आबादी है, फिर भी यहाँ संघर्षों में हाथियों की उच्च मृत्यु संख्या दर्ज की जाती है।
- हाथी-मानव संघर्ष को कम करना इस क्षेत्र की अत्यधिक आवश्यकता है। इसलिए, वन्यजीव विशेषज्ञों और संगठनों ने अब दक्षिण बंगाल क्षेत्र में हाथी गलियारों की पारिस्थितिक बहाली का काम शुरू किया है।
- पांच साल की बहाली परियोजना का उद्देश्य एक संतुलित पारिस्थितिकी तंत्र बनाना भी है ताकि संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप मानव और वन्यजीव एक साथ रह सकें।
परय शिक्षालय
पश्चिम बंगाल सरकार ने 7 फरवरी, 2022 को 'परय शिक्षालय' (पड़ोस स्कूल) नामक एक नई पहल शुरू की।
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- इस पहल के तहत सरकारी विद्यालयों के कक्षा 1 से 7 तक के छात्रों को खुली कक्षाओं (ओपन एयर क्लासरूम) में पढ़ाया जाएगा।
- इस पहल का उद्देश्य उन छात्रों को अपनी शिक्षा जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करना है, जो कोविड -19 महामारी के दौरान विद्यालयी शिक्षा से बाहर हो गए थे।
- छात्रों को बैच में बुलाया जा रहा है। इस पहल के तहत छात्रों के लिए मध्याह्न भोजन की भीव्यवस्था की गई है।
- जिन स्कूलों में खुली जगह (ओपन-एयर स्पेस) नहीं है, वे आस-पड़ोस के पार्कों और मैदानों में कक्षाएं संचालित करेंगे।
दुआरे राशन योजना
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 16 नवंबर, 2021 को राज्य की पूरी आबादी के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना 'दुआरे राशन' (दरवाजे पर राशन) शुरू की है।
- दुआरे राशन योजना के तहत 10 करोड़ लोगों को हर महीने एक निश्चित दिन पर उनके घर पर राशन उपलब्ध कराया जाएगा।
- हर 500 मीटर पर राशन ले जाने वाले वाहन खड़े होंगे और डीलर व्यक्तिगत रूप से हर दरवाजे पर राशन पहुंचाने के लिए दो कर्मचारियों को रख सकते हैं।
- राशन पहुंचाने वालों को प्रत्येक को 10,000 रुपये मासिक वेतन का आश्वासन दिया जाएगा, जिसमें से राज्य 5,000 रुपये का भुगतान करेगा और शेष राशि राशन डीलरों द्वारा वहन की जाएगी।
- सरकार लोगों तक राशन पहुंचाने के लिए वाहन खरीदने के लिए लगभग 21,000 राशन डीलरों को एक-एक लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।
ममता बनर्जी लगातार तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री
तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने 5 मई, 2021 को लगातार तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
- 17वीं विधान सभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस ने 294 सदस्यीय विधान सभा में 213 सीटें जीती तथा पार्टी का वोट शेयर 47.94% के सर्वकालिक उच्च स्तर पर रहा। बीजेपी ने 38.13% वोट शेयर के साथ 77 सीटें जीती।
- विधान सभा में 294 सीटें हैं। मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज और जंगीपुर में उम्मीदवारों की मौत के कारण दो सीटों पर मतदान नहीं हो सका।
- नंदीग्राम सीट से ममता बनर्जी बीजेपी के सुवेंदु अधिकारी से 1,956 मतों के अंतर से हार गईं।
- तृणमूल कांग्रेस के बिमान बनर्जी (Biman Banerjee) को तीसरी बार ‘विधान सभा अध्यक्ष’ चुना गया, जबकि सुवेंदु अधिकारी को पश्चिम बंगाल विधान सभा में ‘विपक्ष का नेता’ चुना गया।
- ममता बनर्जी को पद पर बने रहने के लिए अगले छ: महीनों में निर्वाचित होना होगा।
- संविधान के अनुच्छेद 164(4) के अनुसार "एक मंत्री जो लगातार छ: महीने की अवधि के लिए राज्य के विधानमंडल का सदस्य नहीं है, उस अवधि की समाप्ति पर मंत्री पद पर नहीं रहेगा।"
‘कर्म साथी प्रकल्प’ योजना
12 अगस्त, 2020 को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘कर्म साथी प्रकल्प’ योजना का शुभारंभ किया।
उद्देश्य: बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना।
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इस योजना के तहत सरकार 1 लाख बेरोजगार युवाओं को बाजार से कम ब्याज दर पर ऋण और सब्सिडी प्रदान करेगी।