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औद्योगिक डीकार्बोनाइजेशन समिट 2022

16 जून, 2022 को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी ने "औद्योगिक डीकार्बोनाइजेशन समिट (Industrial Decarbonization Summit) 2022"- 2070 तक कार्बन तटस्थता के लिए रोड मैप का का उद्घाटन किया।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • इस समिट के दौरान, नितिन गडकरी ने पर्यावरण, पारिस्थितिकी और विकास के बीच संतुलन बनाए रखने पर जोर दिया।
  • विद्युत की कमी को दूर करने के लिए 'औद्योगिक डीकार्बोनाइजेशन शिखर सम्मेलन 2022' का उद्घाटन किया गया, जिसका मुख्य कारण वैकल्पिक ईंधन का विकास करना है।

औद्योगिक डीकार्बोनाइजेशन शिखर सम्मेलन

  • इंडस्ट्रियल डीकार्बोनाइजेशन समिट का उद्घाटन और आयोजन 16 जून को नई दिल्ली के ले मेरिडियन होटल में किया गया था।
  • इसने डीकार्बोनाइजेशन, नीतिगत मुद्दों, स्थिरता, उनके प्रबंधन सहित जलवायु परिवर्तन आदि से संबंधित विभिन्न शोध विषयों पर ध्यान केंद्रित किया।
  • शिखर सम्मेलन के दौरान, शिक्षाविद, शोधकर्ता, नीति निर्माता, व्यवसाय, उद्योग, संबंधित सरकारी विभाग आदि ने भाग लिया।
  • इस शिखर सम्मेलन के परिणाम से आयोजकों को डीकार्बोनाइजेशनहेतु नवीन प्रौद्योगिकियां को विकसित करने में मदद मिलेगी।

डीकार्बोनाइजेशन

  • डीकार्बोनाइजेशन का अर्थ है कार्बन में कमी। डीकार्बोनाइजेशन कार्बन की मात्रा को कम करने की प्रक्रिया है, जिसमे मुख्य रूप से कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) को बिभिन्न माध्यमों से वायुमंडल में भेजा जाता है। डीकार्बोनाइजेशन का दीर्घकालिक लक्ष्य CO₂ मुक्तवैश्विकअर्थव्यवस्थाबनानाहै।

एंकोवैक्स

9 जून, 2022 को कृषि मंत्रालय ने पशुओं के लिए भारत के पहले कोविड-19 टिका एंकोवैक्स (Ancovax) का अनावरण किया।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • यह भारत में विकसित पशुओं के लिए पहला कोविड-19 वैक्सीन है। इस कोविड-19 टीके को हिसार स्थित नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन इक्विन्स द्वारा विकसित किया गया है|
  • यह वैक्सीन, SARS-CoV-2 के डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट से जानवरों की रक्षा कर सकता है। इस वैक्सीन का उपयोग कुत्तों, शेरों, तेंदुओं, चूहों और खरगोश के लिए उपयोग किया जा सकता है।
  • यह एक निष्क्रिय वैक्सीन (inactivated vaccine) है, जिसे डेल्टा संस्करण के एक संक्रामक भाग का उपयोग करके विकसित किया गया है।
  • इसके अलावा, यह प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ावा देने के लिए एक सहायक के रूप में एलहाइड्रोजेल (Alhydrogel) का उपयोग करता है।

कार्निवैक-कोव

  • वर्ष 2021 में रूस द्वारा पशुओं के लिए विश्व की पहली covid-19 वैक्सीन विकशित की गई थी| रूस द्वारा निर्मित पशुओं के लिए टिके को कार्निवैक-कोव (Carnivac-Cov) नाम दिया गया है।

न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि

8 जून, 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने 2022-23 विपणन मौसम के लिए सभी अधिदेशित खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि को मंजूरी दी|

  • सरकार ने फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करने एवं उत्पादकों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित कराने हेतु, 2022-23 विपणन मौसम की खरीफ फसलों के एमएसपी में वृद्धि की हैI

2022-23 विपणन मौसम के लिए सभी खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य

फसल

एमएसपी (2021-22) ( प्रति क्विंटल)

एमएसपी (2022-23) ( प्रति क्विंटल)

वृद्धि

धान (सामान्य)

1940

2040

100

धान (ग्रेड ए)

1960

2060

100

ज्वार (हाईब्रीड)

2738

2970

232

बाजरा

2250

2350

100

रागी

3377

3578

201

मक्का

1870

1962

92

तूर (अरहर)

6300

6600

300

मूंग

7275

7755

480

उड़द

6300

6600

300

मूंगफली

5550

5850

300

सोयाबीन (पीला)

3950

4300

350

तिल

7307

7830

523

कपास (मध्यम रेशा)

5726

6080

354

कपास (लंबा रेशा)

6025

6380

355

न्यूनतम समर्थन मूल्य

  • न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) कृषि उत्पादकों को कृषि कीमतों में गिरावट के के कारण कृषकों को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए भारत सरकार द्वारा बाजार में हस्तक्षेप का एक रूप है।
  • कृषि लागत और मूल्य आयोग (Commission for Agricultural Costs and Prices) की सिफारिशों के आधार पर 22 फसलों के लिए बुवाई के मौसम के पूर्व भारत सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा की जाती है।

पर्यावरण के लिए जीवन शैली (LiFE) आंदोलन

5 जून, 2022 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक वैश्विक पहल ‘लाइफस्टाइल फॉर द एनवायरनमेंट-लाइफ मूवमेंट’ (Lifestyle for the Environment-Life Movement) की शुरुआत की है।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • ‘मिशन लाइफ’ अतीत से सीख लेता है, वर्तमान में संचालित होता है और भविष्य पर ध्यान केंद्रित करता है|
  • इस पहल को दुनिया भर के लोगों, समुदायों और संगठनों को पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करने के मकसद से किया गया है।
  • शिक्षाविदों, विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों आदि से विचारों और सुझावों को आमंत्रित करने के लिए 'लाइफ ग्लोबल कॉल फॉर पेपर्स (Life Global Call for Papers) की शुरुआत भी की गई है।
  • 2021 के ग्लासगो में 26वें संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP26) के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा 'लाइफ' अभियान का विचार पेश किया गया था।

राष्ट्रीय वायु खेल नीति 2022

7 जून, 2022 को नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने राष्ट्रीय वायु खेल नीति 2022 (National Air Sports Policy 2022) की शुरुआत की।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • यह खेल नीति भारत में एक सुरक्षित, सस्ता, सुलभ, सुखद और स्थायी एयर स्पोर्ट्स इकोसिस्टम प्रदान करते हुए 2030 तक भारत को एयर स्पोर्ट्स के शीर्ष राष्ट्रों में से एक बनाने की दृष्टिकोण प्रदान करता है।
  • इसमें हवा के माध्यम से जुड़ी हुई विभिन्न खेल गतिविधियां शामिल हैं। इनमें एयर रेसिंग, एयरोबेटिक्स, एयरो मॉडलिंग, हैंग ग्लाइडिंग, पैराग्लाइडिंग, पैरा मोटरिंग और स्काइडाइविंग आदि खेल शामिल हैं।

राष्ट्रीय वायु खेल नीति 2022 के मुख्य उद्देश्य

  • देश में एयर स्पोर्ट्स संस्कृति को बढ़ावा देना|
  • एयर स्पोर्ट्स की अवसंरचना, उपकरण, संचालन, रखरखाव और प्रशिक्षण सहित सुरक्षा के मामले में बेहतर अंतरराष्ट्रीय प्रथाओं का पालन करना|
  • एक सरल, हितधारक-अनुकूल और प्रभावी गवर्नेंस संरचना का विकास करना|
  • वैश्विक एयर स्पोर्ट्स प्रतियोगिताओं में भारतीय खिलाड़ियों की भागीदारी और सफलता को सुनिश्चित करना|
  • भारत अभियान के अनुरूप भारत में एयर स्पोर्ट्स उपकरणों के डिजाइन, विकास और विनिर्माण को बढ़ावा देना।

लीडर्स इन क्लाइमेट चेंज मैनेजमेंट प्रोग्राम

05 जून, 2022 को मनाये गए विश्व पर्यावरण दिवस के संयोजन में राष्ट्रीय शहरी कार्य संस्थान (National Institute of Urban Affairs) तथा विश्व संसाधन संस्थान भारत (World Resources Institute India) ने संयुक्त रूप से एक अभ्यास आधारित लर्निंग प्रोग्राम लीडर्स इन क्लाइमेट चेंज मैनेजमेंट प्रोग्राम (Leaders in Climate Change Management Program) की घोषणा की।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • इस कार्यक्रम का लक्ष्य भारत में विभिन्न सेक्टरों तथा भौगोलिक स्थानों पर जलवायु कार्रवाई में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए शहरी पेशेवरों के मध्य क्षमता निर्माण करना है।
  • इस फेस टू फेस लर्निंग मॉड्यूल को सुगम बनाने के लिए मैसूरु के प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थान (Administrative Training Institute) ने एनआईयूए तथा डब्ल्यूआरआई इंडिया के साथ एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (MoU) पर भी हस्ताक्षर किया और इस प्रकार इस कार्यक्रम का पहला डिलीवरी पार्टनर बन गया।
  • इस कार्यक्रम में भारत की जलवायु प्रतिबद्धताओं को अर्जित करने के लिए एक समन्वित प्रयास की दिशा में मध्य से कनिष्ठ स्तर के सरकारी अधिकारियों तथा अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं सहित 5,000 पेशेवरों को सक्षम बनाने तथा उन्हें जलवायु परिवर्तन अनुकूलन एवं शमन समाधानों के लिए तैयार करने की कल्पना की गई है।
  • यह कार्यक्रम प्रभावी जलवायु कार्रवाई प्रदान करने के लिए स्वं को कुशल बनाने तथा तैयार करने में लगे शहरी प्रैक्टिशनरों के लिए एक ब्लेंडेड यानी मिश्रित लर्निंग प्रोग्राम है।
  • इस प्रोग्राम के चार चरण हैं: पहला चरण एक ऑनलाइन लर्निंग मॉड्यूल है, जिसे 8 सप्ताह में पूरा किया जा सकता है, दूसरा चरण 4 से 6 दिनों तक चलने वाला आमने-सामने का यानी फेस टू फेस सत्र है, तीसरा सत्र सहभागियों को 6 से 8 महीनों में एक परियोजना को पूरा करने तथा ज्ञानवर्धक दौरों के लिए अधिदेशित करता है तथा अंतिम चरण में नेटवर्किंग एक कम्युनिटी आफ प्रैक्टिस की स्थापना करना शामिल है।

स्वच्छ और हरित अभियान

5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने 'स्वच्छ और हरित' अभियान शुरू किया|

महत्वपूर्ण बिंदु

  • इस अभियान के अंतर्गत शहरी स्थानीय निकाय देश को सिंगल यूज प्लास्टिक (single use plastic) से मुक्त बनाने और पर्यावरण की रक्षा हेतु जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करेंगे।
  • इसके तहत उत्पन्न प्लास्टिक कचरे का एक हिस्सा सीमेंट संयंत्रों में वैकल्पिक ईंधन के रूप में या सड़क निर्माण उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाएगा।
  • मंत्रालय ने इस दिशा में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को विस्तृत एडवाइजरी भी जारी की है। एडवाइजरी में 30 जून, 2022 तक सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया है।
  • इस अभियान के तहत राज्य सरकार और स्थानीय निकायों को पास के सीमेंट संयंत्रों या अन्य औद्योगिक इकाइयों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने होंगे।
  • इसके तहत देशभर में सिंगल यूज प्लास्टिक को रोकने का पूरी दृढ़ता से पालन करने पर जोर दिया गया है।

पहला लिक्विड मिरर टेलीस्कोप

हाल ही में देश का पहला लिक्विड मिरर टेलीस्कोप (Liquid Mirror Telescope)उत्तराखंड के देवस्थल पहाड़ी के ऊपर कमीशन किया गया है।


महत्वपूर्ण बिंदु

  • हिमालय में 2,450 मीटर की ऊंचाई से लिक्विड मिरर टेलीस्कोपका उपयोग करके अब सुपरनोवा, गुरुत्वाकर्षण लेंस, अंतरिक्ष मलबे और क्षुद्रग्रहों जैसी क्षणिक या परिवर्तनशील वस्तुओं की पहचान करने में मदद मिलेगी।
  • इसकी मदद से कई आकाशगंगाओं और अन्य खगोलीय स्रोतों का अवलोकन करना संभव होगा।
  • यह टेलीस्कोप खगोल विज्ञान के लिए कमीशन किया जाने वाला दुनिया का पहला लिक्विड-मिरर टेलीस्कोप बन गया है।
  • लिक्विड मिरर टेलीस्कोप का पूर्ण पैमाने पर वैज्ञानिक संचालन अक्तूबर 2022 में शुरू किया जाएगा।
  • इस टेलीस्कोप के विकास में भारत, बेल्जियम, कनाडा, पोलैंड और उज़्बेकिस्तान जैसे देश शामिल हैं।

अमेरिका भारत का शीर्ष व्यापारिक भागीदार

हाल ही में वित्तीय वर्ष 2021-22 में अमेरिका, चीन को पछाड़कर भारत का शीर्ष व्यापारिक भागीदार बन गया, जो भारत-अमेरिका के बीच मजबूत आर्थिक संबंधों को दर्शाता है।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021-22 में, अमेरिका और भारत के मध्य द्विपक्षीय व्यापार 2020-21 में 80.51 बिलियन डॉलर के मुकाबले 119.42 बिलियन डॉलर रहा।
  • 2021-22 में संयुक्त अरब अमीरात भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था|
  • संयुक्त अरब अमीरात के बाद सऊदी अरब (42,85 अरब डॉलर), इराक (34.33 अरब डॉलर) और सिंगापुर (30 अरब डॉलर) का स्थान है।

थोक मूल्य मुद्रास्फीति में वृद्धि

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार थोक मूल्य मुद्रास्फीति मई माह में बढ़कर 15.88% हो गई, जो अप्रैल में 15.08 प्रतिशत थी|

महत्वपूर्ण बिंदु

  • मई 2022 में थोक मूल्य मुद्रास्फीति की उच्च दर मुख्य रूप से खनिज तेल, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, खाद्य पदार्थों, मूल धातुओं, गैर-खाद्य वस्तुओं, रसायनों और रासायनिक उत्पादों एवं खाद्य उत्पादों आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण है।
  • मंत्रालयों का आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक (WPI) पर आधारित मुद्रास्फीति अब 14 महीनों के लिए दोहरे अंकों में बनी हुई है, जो वैश्विक कमोडिटी कीमतों, विशेष रूप से तेल की बढ़ी हुई कीमतों को दर्शाती है।

मुद्रास्फीति का मापन

  • थोक मूल्य सूचकांक (WPI): इसका अनुमान वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा लगाया जाता है और इसे मासिक आधार पर मापा जाता है। इस सूचकांक में खुदरा स्तर से पहले के चरणों में वस्तुओं की कीमत में बदलाव को मापा और ट्रैक किया जाता है।
  • उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI): उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) बास्केट खुदरा मुद्रास्फीति की गणना के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक सूचकांक है|
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