भारत में तेंदुओं की स्थिति पर रिपोर्ट

  • 22 Dec 2020

केन्द्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने 21 दिसंबर, 2020 को नई दिल्ली में ‘भारत में तेंदुओं की स्थिति पर रिपोर्ट’ जारी की।

महत्वपूर्ण तथ्य: रिपोर्ट के अनुसार भारत में तेंदुओं की संख्या 12,852 तक पहुंच गई है। जबकि इससे पहले 2014 में हुई गणना के अनुसार देश में 7,910 तेंदुए थे। इस अवधि में तेंदुओं की संख्या में 60 फीसदी बढ़ोतरी हुई है।

  • कैमरा ट्रैपिंग विधि का उपयोग करके तेंदुए की आबादी का अनुमान लगाया गया है।
  • गणना के अनुसार सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश में 3,421 तेंदुए, कर्नाटक में 1,783 तेंदुए और महाराष्ट्र में 1,690 तेंदुए पाए गए हैं।
  • भारत में, तेंदुओं ने पिछले 120-200 वर्षों में संभवतः ‘मानव-जनित 75-90% आबादी गिरावट’ का अनुभव किया है।
  • भारतीय उपमहाद्वीप में अवैध शिकार, पर्यावास नुकसान, प्राकृतिक शिकार में कमी और संघर्ष तेंदुए की आबादी के लिए बड़े खतरे हैं।
  • इन सभी के कारण अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) द्वारा प्रजाति की स्थिति को 'संकटासन्न' (Near Threatened) से 'अतिसंवेदंशील' (Vulnerable) कर दिया गया ।

क्षेत्रवार वितरण: मध्य भारत और पूर्वी घाटों में तेंदुओं की संख्या सबसे ज्यादा 8,071 है। पश्चिमी घाट क्षेत्र में 3,387 तेंदुए, जबकि शिवालिक और गंगा के मैदानों में 1,253 तथा पूर्वोत्तर पहाड़ियों में 141 तेंदुए पाए गए।