अग्नि-3 परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल

  • 29 Nov 2022

24 नवंबर, 2022 को भारत ने ओडिशा स्थित अब्दुल कलाम द्वीप से मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (Intermediate Range Ballistic Missile) अग्नि-3 का सफल प्रक्षेपण किया।

  • अग्नि-3 बैलिस्टिक मिसाइल सशस्त्र बलों के शस्त्रागार में पहले से ही शामिल की जा चुकी है, जो भारत को प्रभावी रक्षा क्षमता प्रदान करती है।

मुख्य बिंदु

  • वर्तमान अग्नि-3 मिसाइल का परीक्षण नियमित उपयोगकर्ता प्रशिक्षण प्रक्षेपण का एक हिस्सा था जो सामरिक बल कमान (Strategic Forces Command) के तत्वावधान में किया जाता है।
  • अग्नि-3 का यह परीक्षण एक पूर्व निर्धारित सीमा के अंदर सभी परिचालन मानकों की जांच के लिए किया गया था| इसने सभी मानकों को पूरा किया|
  • अग्नि-3 का पहली बार परीक्षण 9 जुलाई, 2006 को किया गया था हालांकि, यह एक सफल प्रक्षेपण नहीं था।
  • इस मिसाइल ने अपनी प्रथम सफल परीक्षण उड़ान 2007 में सफलतापूर्वक पूरी की। वर्ष 2008 में इस मिसाइल ने अपने लगातार तीसरे प्रक्षेपण में निर्धारित मानकों के अनुसार सफल प्रदर्शन किया।

अग्नि-3 मिसाइल

  • इसका वजन 48 टन से अधिक है तथा यह इसकी लम्बाई 16 मीटर है| यह अत्याधुनिक मिसाइल आधुनिक और कॉम्पैक्ट वैमानिकी या एवियोनिक्स (avionics) से लैस है।
  • मारक क्षमता: इस मिसाइल की मारक क्षमता 3000 किलोमीटर से अधिक है और यह 1.5 टन से अधिक का पेलोड ले जाने में सक्षम है।
  • सटीक स्ट्रेटेजिक बैलिस्टिक मिसाइल: अपनी उच्च रेंज के कारण, अग्नि-3 मिसाइल को अपने वर्ग में दुनिया की सबसे सटीक स्ट्रेटेजिक बैलिस्टिक मिसाइल के रूप में जानी जाती है।
  • वारहेड क्षमता: अपने लक्ष्य तक उच्च दक्षता के साथ यह पारंपरिक तथा गैर-पारंपरिक वारहेड ले जा सकती है जो इसे एक घातक हथियार बनाता है।
  • अग्नि श्रृंखला की मिसाइलें भारत की परमाणु हथियार क्षमता की रीढ़ हैं।