हार्ट लैम्प को इंटरनेशनल बुकर पुरस्कार 2025

  • 22 May 2025

21 मई 2025 को, लंदन में आयोजित समारोह में कन्नड़ लेखिका, वकील और सामाजिक कार्यकर्ता बानू मुश्ताक (77) द्वारा लिखित और दीपा भास्ती द्वारा अनूदित कहानी संग्रह हार्ट लैम्प (Heart Lamp) को इंटरनेशनल बुकर पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार पहली बार किसी कन्नड़ कृति और पहली बार किसी कहानी संग्रह को मिला है।

मुख्य तथ्य

  • अंग्रेज़ी अनुवाद दीपा भास्तीद्वारा : ‘Heart Lamp’ में 1990 से 2023 के बीच लिखी गई बानू मुश्ताक की 12 कहानियाँ शामिल हैं, जिनका अंग्रेज़ी अनुवाद दीपा भास्ती ने किया।
  • कन्नड़ भाषा की पहली पुस्तक : यह कन्नड़ भाषा की पहली पुस्तक है जिसे इंटरनेशनल बुकर पुरस्कार मिला, और यह पुरस्कार के इतिहास में पहली बार किसी कहानी संग्रह को दिया गया।
  • शॉर्टलिस्ट पुस्तकों में कई प्रसिद्धपुस्तक : 2025 की शॉर्टलिस्ट में फ्रेंच, इटालियन, डेनिश और जापानी भाषाओं की किताबें भी थीं।
  • बानू मुश्ताक का लेखन : बानू मुश्ताक ने अपने लेखन में मुस्लिम महिलाओं के रोज़मर्रा के जीवन, संघर्ष और अधिकारों को आवाज़ दी है। वे ‘बंदया’ (विद्रोह/प्रतिरोध) साहित्य आंदोलन से भी जुड़ी रही हैं।
  • टॉम्ब ऑफ सैंड: इससे पहले, 2022 में गीतांजलि श्री को ‘टॉम्ब ऑफ सैंड’ (हिंदी से डेज़ी रॉकवेल द्वारा अनूदित) के लिए इंटरनेशनल बुकर पुरस्कार मिला था।