भारतीय प्रवासियों की प्रेषण आय में रिकार्ड वृद्धि
- 02 Jul 2025
 
1 जुलाई 2025 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के अनुसार, विदेशों में काम करने वाले भारतीयों द्वारा भेजी गई प्रेषण राशि वित्त वर्ष 2024-25 में 14% बढ़कर रिकॉर्ड $135.46 बिलियन हो गई।
मुख्य तथ्य:
प्रेषण वृद्धि: 2023-24 में $119 बिलियन से बढ़कर 2024-25 में $135.46 बिलियन (14% वृद्धि); 2024 कैलेंडर वर्ष में $129.4 बिलियन प्रेषण, जिसमें अकेले अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में $36 बिलियन प्राप्त हुए।
वैश्विक रैंकिंग: भारत लगातार दुनिया का सबसे बड़ा प्रेषण प्राप्तकर्ता रहा, दूसरे स्थान पर मैक्सिको ($68 बिलियन), तीसरे पर चीन ($48 बिलियन), फिर फिलीपींस ($40 बिलियन) और पाकिस्तान ($33 बिलियन)।
आर्थिक योगदान: प्रेषण राशि भारत के सकल चालू खाते के प्रवाह (FY25 में $1 ट्रिलियन) का 10% से अधिक है; जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में $33.9 बिलियन प्रेषण प्राप्त हुए।
प्रवासी जनसंख्या: 1990 में 6.6 मिलियन से बढ़कर 2024 में 18.5 मिलियन भारतीय विदेशों में कार्यरत; वैश्विक प्रवासियों में भारतीयों की हिस्सेदारी 4.3% से बढ़कर 6% से अधिक हुई।
अमेरिका में रेमिटेंस टैक्स: अमेरिकी संसद में ‘One Big Beautiful Bill Act’ के नवीनतम ड्राफ्ट के अनुसार, अमेरिका से भेजे जाने वाले कैश, मनी ऑर्डर या कैशियर चेक पर रेमिटेंस टैक्स 5% से घटाकर 1% कर दिया गया है; बैंक खाते या डेबिट/क्रेडिट कार्ड से भेजी गई राशि टैक्स से मुक्त रहेगी।    सामयिक खबरें
                            
                            
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