पुतिन-ट्रंप अलास्का शिखर वार्ता

  • 16 Aug 2025

15 अगस्त, 2025 को, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में ऐलमेंडॉर्फ-रिचर्डसन सैन्य बेस पर हुई तीन घंटे की शिखर वार्ता पहली बार थी जब दोनों नेता यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद आमने-सामने मिले। हालांकि “पर्सुइंग पीस” थीम के बावजूद कोई संघर्ष समाधान या युद्धविराम समझौता नहीं हुआ।

मुख्य तथ्य:

  • पुतिन का कूटनीतिक लाभ: केवल उपस्थित होकर और किसी मुद्दे पर समझौता न करके पुतिन ने वैश्विक छवि में बदलाव पाया—वह अब रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग नहीं रहे।
  • व्यापार एवं सुरक्षा एजेंडा: पुतिन ने रूस-अमेरिका व्यापार में 20% प्रतीकात्मक वृद्धि, ऊर्जा, डिजिटल इंडस्ट्री, हाई टेक्नोलॉजी, आर्कटिक सहयोग व संयुक्त सुरक्षा कार्य का उल्लेख किया। उनकी प्राथमिकता रूसी प्रतिबंध हटवाना रही।
  • ट्रंप की उपलब्धि: ट्रंप ने बैठक को “उत्पादक” बताया, कुछ बिंदुओं पर सहमति की बात कही, लेकिन माना कि कोई अंतिम समझौता नहीं हुआ—“कोई डील नहीं, जब तक डील नहीं होती”।
  • यूरोप व यूक्रेन की भूमिका: ट्रंप अब NATO देशों, यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की और अन्य भागीदारों से बात करेंगे। आगे की रणनीति व संभावित “कड़ी कार्रवाई” के संकेत भी दिए।
  • भारत की स्थिति: भारत ने बैठक में गहरी रुचि ली, क्योंकि रूस से तेल खरीद पर 25% अमेरिकी जुर्माना (टैरिफ) है, तथा भविष्य में और अधिक दंड की संभावना बनी हुई है। इस बैठक में कोई नकारात्मक खबर नहीं आई, अतः भारत के लिए दबाव कम होने की उम्मीद दिखी।