आदित्य-L1 द्वारा सूर्य के कोरोनल मास इजेक्शन का अवलोकन
- 10 Nov 2025
9 नवंबर, 2025 को भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान (IIA) और नासा के वैज्ञानिकों ने संयुक्त रूप से पहली बार सूर्य के पास से निकटतम कोरोनल मास इजेक्शन का दृश्य स्पेक्ट्रोस्कोपिक अवलोकन किया।
मुख्य तथ्य:
- वैश्विक उपलब्धि: यह पहली बार हुआ है जब किसी कोरोनल मास इजेक्शन का दृश्य स्पेक्ट्रोस्कोपी द्वारा इतना निकट से और स्पष्ट रूप में अवलोकन हुआ।
- पेलोड : यह अध्ययन आदित्य-L1 मिशन के वीईएलसी (Visible Emission Line Coronagraph) पेलोड की मदद से किया गया।
- महत्त्वपूर्ण आँकड़े: कोरोनल मास इजेक्शन में लगभग 370 मिलियन इलेक्ट्रॉन प्रति घन सेंटीमीटर पाये गए। इसकी ऊर्जा लगभग 9.4×10219.4×1021 जूल्स, द्रव्यमान 270 मिलियन टन और तापमान लगभग 1.8 मिलियन केल्विन रही।
- डेटा का महत्व: दृश्य प्रकाश में प्राप्त डेटा ने सूर्य से निकली प्लाज्मा की गति, घनता और ऊर्जा को तय करने में प्रमुख भूमिका निभाई। यह क्षेत्र में ब्रेकथ्रू है, क्योंकि अब तक अधिकांश अध्ययन अल्ट्रावायलेट या एक्स-रे माध्यम से होते थे।
- कोरोनल मास इजेक्शन : सूर्य से निकलने वाले विशाल प्लाज्मा एवं चुम्बकीय क्षेत्र के विस्फोट हैं, जो पृथ्वी समेत पूरे सौर मंडल की अंतरिक्ष मौसम व्यवस्था को प्रभावित करते हैं।
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