ब्लू स्ट्रैगलर्स

  • 30 Apr 2022

ब्लू स्ट्रैगलर्स (Blue stragglers) एक विशेष प्रकार का तारा है, जो समूहों में देखा जाता है और कभी-कभी, अकेले भी। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स, बेंगलुरू ने ब्लू स्ट्रैगलर्स के असामान्य व्यवहार पर एक अध्ययन किया है।

महत्वपूर्ण तथ्य: इसके लिए, शोधकर्ताओं ने अंतरिक्ष में भारत की पहली विज्ञान वेधशाला एस्ट्रोसैट के यूवीआईटी उपकरण यानी अल्ट्रा वायलेट इमेजिंग टेलीस्कोप (UVIT) द्वारा किए गए अवलोकनों का भी उपयोग किया।

  • एक ब्लू स्ट्रैगलर एक खुले या गोलाकार समूह में एक मुख्य-अनुक्रम तारा (main-sequence star) है, जो समूह के लिए मुख्य अनुक्रम टर्नऑफ बिंदु (turnoff point) पर तारों की तुलना में अधिक चमकदार और नीला है।
  • इनमें सबसे विशाल और चमकीले तारे विकसित होने के बाद मुख्य-अनुक्रम से हट जाते हैं, जिससे उनके मार्ग में एक ऐसा विपथन आ जाता है जिसे ‘टर्नऑफ’ के रूप में जाना जाता है।
  • गोलाकार समूह M3 में तारों की फोटोमेट्री का प्रदर्शन करते हुए सबसे पहले 1953 में एलन सैंडेज द्वारा 'ब्लू स्ट्रैगलर' की खोज की गई थी।
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स शोधकर्ताओं ने इस बात के साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं एक ब्लू स्ट्रैगलर अपेक्षा से अधिक विशाल और ऊर्जावान इसलिए है क्योंकि स्ट्रैगलर विशाल साथी तारे से द्रव्यमान प्राप्त करता है और अधिक विशाल, गर्म और नीला हो जाता है, और लाल दानव (red giant) एक सामान्य या छोटे सफेद बौने (smaller white dwarf) तारे के रूप में समाप्त होता है।