आईएनएस वागीर पनडुब्बी

  • 23 Jan 2023

23 जनवरी, 2023 को स्कॉर्पीन श्रेणी की 5वीं स्टील्थ सबमरीन आईएनएस वागीर (INS Vagir) को नौसेना में शामिल किया गया।

  • सैंड शार्क (Sand Shark) के नाम से भी जानी जाने वाली इस पनडुब्बी को दिसंबर 2022 में भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया था।
  • निर्माण: आईएनएस वागीर का निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (Mazagon Dock Shipbuilders Limited-MDL) द्वारा फ्रांसीसी नेवल ग्रुप (French Naval Group) के सहयोग से किया गया है।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • विशेषता: वागीर एक कलवरी-श्रेणी (स्कॉर्पीन श्रेणी) की पनडुब्बी है। इस श्रेणी में प्रोजेक्ट-75 (Project-75) के तहत विकसित की जाने वाली 6 पनडुब्बियां शामिल हैं।
  • प्रोजेक्ट-75 के तहत पनडुब्बियां: इनमें से चार पनडुब्बियों-आईएनएस कलवरी (INS Kalvari), आईएनएस खांडेरी (INS Khanderi), आईएनएस करंज (INS Karanj) तथा आईएनएस वेला (INS Vela) को पहले ही नौसेना में शामिल किया जा चुका है। छठी पनडुब्बी आईएनएस वागशीर (INS Vagsheer) को अगले साल कमीशन किया जाएगा।
  • नामकरण: इसका नामकरण वर्ष 1973 एवं 2001 के मध्य नौसेना की सेवा करने वाली वागीर नामक एक पनडुब्बी के नाम पर किया गया है।
  • क्षमता एवं तकनीकी विवरण: पनडुब्बियों का यह वर्ग 'डीजल इलेक्ट्रिक ट्रांसमिशन सिस्टम' (Diesel Electric Transmission Systems) से युक्त है।
    • ये मुख्य रूप से हमलावर पनडुब्बियां (Attack submarines) अथवा 'हंटर-किलर' (Hunter-Killer) पनडुब्बियों के रूप में जानी जाती हैं। दूसरे शब्दों में इन्हें विरोधी नौसैनिक जहाजों को निशाना बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।