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प्रजातियों के सामूहिक विलोपन
प्रजातियों के सामूहिक विलोपन के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- ‘सामूहिक विलोपन’ (mass extinction) का तात्पर्य, प्रजातियों के विलुप्त होने की दर में महत्वपूर्व वृद्धि होने अथवा एक अल्प भू-गार्भिक अवधि के दौरान पृथ्वी की तीन-चौथाई से अधिक प्रजातियाँ विलुप्त हो जाने से है।
 - अब तक, पृथ्वी के सम्पूर्ण इतिहास में, सामूहिक विलोपन की 8 घटनाएँ हो चुकी हैं।
 
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं-
| A | 
                                 केवल 1 
                                 | 
                            |
| B | 
                                 केवल 2 
                                 | 
                            |
| C | 
                                 1 और 2 दोनों 
                                 | 
                            |
| D | 
                                 न तो 1 और न ही 2 
                                 | 
                            |
						     Your Ans is 
						   
						  
						    Right ans is A
						 
						 						 Explanation :
संयुक्त राज्य अमेरिका के नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज (पीएएएस) के जर्नल प्रोसीडिंग्स में प्रकाशित नए शोध के अनुसार, छठी सामूहिक विलुप्ति सभ्यता की दृढ़ता के लिए सबसे गंभीर पर्यावरणीय खतरों में से एक हो सकती है। सामूहिक विलोपन का तात्पर्य है जब भूगर्भीय काल में पृथ्वी अपनी तीन-चौथाई से अधिक प्रजातियों को खो देती है। अब तक, पृथ्वी के पूरे इतिहास के दौरान, पांच बड़े पैमाने पर विलुप्त हो चुके हैं। छठा, जो चल रहा है, को एंथ्रोपोसीन विलुप्त होने के रूप में जाना जाता है।
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