17वां राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस

  • 21 Apr 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 अप्रैल को नई दिल्ली में 17वें राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस के अवसर पर सिविल सेवकों को संबोधित करेंगे और सार्वजनिक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार प्रदान करेंगे। इस वर्ष 16 पुरस्कार विभिन्न श्रेणियों में दिए जाएंगे, जिनमें जिले के समग्र विकास, आकांक्षी ब्लॉक्स प्रोग्राम और नवाचार शामिल हैं।

प्रमुख तथ्य:

  • दिन का इतिहास: राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस की स्थापना 21 अप्रैल 2006 को हुई थी, जो 1947 में सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा के पहले बैच को संबोधित करने की याद में मनाया जाता है। पटेल ने सिविल सेवकों को “भारत की स्टील फ्रेम” कहा था।
  • उद्देश्य: इस दिन का मुख्य उद्देश्य सिविल सेवकों के समर्पण, ईमानदारी और दक्षता को मान्यता देना, उन्हें प्रेरित करना और उत्कृष्ट प्रशासन के मानक स्थापित करना है।
  • पुरस्कार श्रेणियां: इस वर्ष के पुरस्कारों में जिले के समग्र विकास, आकांक्षी ब्लॉक्स प्रोग्राम, और नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य को सम्मानित किया जाएगा।
  • राष्ट्रीय महत्व: यह दिवस प्रशासनिक सुधारों, पारदर्शिता, जवाबदेही और नवाचार को बढ़ावा देने का मंच है, जिससे नागरिक केंद्रित शासन को प्रोत्साहन मिलता है।
  • साझा मूल्य और दृष्टिकोण: सिविल सेवक लोकतंत्र के स्तंभ हैं जो नीति निर्माण से लेकर उसे लागू करने तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह दिवस उनकी जिम्मेदारियों पर पुनर्विचार और सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं के आदान-प्रदान का अवसर भी प्रदान करता है।