ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस:पक्षाघात पीड़ितों के लिए नई उम्मीद
- 03 May 2025
1 मई, 2025 को सेल पत्रिका (Cell Journal) में प्रकाशित एक महत्वपूर्ण अध्ययन में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, सैन फ्रांसिस्को (UCSF) के शोधकर्ताओं ने ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस (BCI) तकनीक के सफल परीक्षण की घोषणा की। इस शोध में चेन्नई में पले-बढ़े भारतीय वैज्ञानिक निखिलेश नटराज मुख्य रहे। यह खोज पक्षाघात पीड़ितों के लिए एक नई आशा का संचार करती है और BCI तकनीक के भविष्य में व्यापक उपयोग की संभावनाओं को दर्शाती है।
अध्ययन का प्रमुख निष्कर्ष
- BCI तकनीक: इस क्रांतिकारी तकनीक के माध्यम से एक पक्षाघात पीड़ित व्यक्ति ने सिर्फ सोचने की क्षमता से लगातार सात महीने तक रोबोटिक आर्म को नियंत्रित किया।
- सेंसर इम्प्लांटेशन: प्रतिभागी के मस्तिष्क की सतह पर सूक्ष्म सेंसर लगाए गए, जो मस्तिष्क की गतिविधियों को पढ़ते हैं, लेकिन कोई विद्युत संकेत नहीं भेजते।
- AI एल्गोरिदम : मशीन लर्निंग और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आधारित एल्गोरिदम ने मस्तिष्क की दैनिक गतिविधियों के बदलावों को समझकर प्रणाली की स्थिरता बनाए रखी।
- कार्य निष्पादन: प्रतिभागी ने उंगलियों, हाथ और अंगूठे की कल्पना कर संकेत भेजे, जिससे रोबोटिक आर्म ने कैबिनेट खोलने, कप निकालने और पानी भरने जैसे कार्य पूरे किए।
- भविष्य की दिशा: शोधकर्ताओं ने तकनीक को और अधिक जटिल परिस्थितियों में उन्नत बनाने और इसके विस्तृत उपयोग के लिए आगे शोध की आवश्यकता पर बल दिया।
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