ब्रेकथ्रू प्राइज 2025

  • 27 May 2025

हाल ही में CERN के लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर (LHC) के चार प्रमुख प्रयोगों—ATLAS, CMS, ALICE और LHCb—की टीमों को फंडामेंटल फिजिक्स में प्रतिष्ठित $3 मिलियन ब्रेकथ्रू प्राइज प्रदान किया गया, जिसमें भारतीय वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण भागीदारी रही।

मुख्य तथ्य:

  • पुरस्कार विवरण: इस पुरस्कार को Run-2 (2015–2024) के डेटा विश्लेषण पर आधारित शोध के लिए दिया गया, जिससे डॉक्टोरल छात्रों के CERN में शोध हेतु अनुदान मिलेगा।
  • भारतीय योगदान: ALICE और CMS प्रयोगों में भारत के शीर्ष संस्थानों (TIFR, BARC, IITs, IISc, IISERs, Panjab University आदि) ने डिटेक्टर विकास, डेटा विश्लेषण, कंप्यूटिंग और हार्डवेयर निर्माण में अहम भूमिका निभाई। 110+ पीएचडी थीसिस और 130+ अंतरराष्ट्रीय प्रकाशन भी हुए।
  • भारत का CERN से जुड़ाव: भारत 1960 के दशक से CERN से जुड़ा है, 1991 में DAE-CERN सहयोग, 2002 में “Observer” और 2017 में “Associate Member State” बना। भारत ने 2004 में CERN को शिव नटराज की प्रतिमा भेंट की।
  • तकनीकी योगदान: ALICE में Photon Multiplicity Detector और Muon Spectrometer, CMS में ट्रिगर व डेटा एक्विजिशन सिस्टम, RPCs, Silicon Preshower, HO Calorimeter जैसी तकनीक विकसित की गई। WLCG-India ने 17,400 कोर कंप्यूटिंग, 12 PB स्टोरेज और 17.5 मिलियन ALICE जॉब्स का समर्थन किया।
  • भविष्य की योजनाएँ: भारतीय वैज्ञानिक ALICE के FoCal डिटेक्टर और CMS के Phase-2 अपग्रेड (Outer Tracker, GEM, HGCAL, Trigger) पर अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। HL-LHC के लिए नई खोजों की तैयारी भी जारी है।