‘बंकर बस्टर’

  • 23 Jun 2025

22 जून 2025 को , अमेरिका ने ‘ऑपरेशन मिडनाइट हैमर’ के तहत ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों—फोर्दो, नतान्ज़ और इस्फहान—पर अब तक का सबसे बड़ा B-2 स्टील्थ बॉम्बर हमला किया। यह हमला ईरान-इज़राइल संघर्ष में अमेरिकी सैन्य हस्तक्षेप का पहला उदाहरण है, जिसमें अत्याधुनिक बंकर बस्टर बम और B-2 स्टील्थ बॉम्बर का प्रयोग हुआ।

मुख्य तथ्य:

  • अभूतपूर्व सैन्य अभियान: ऑपरेशन में 7 B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर, 125 से अधिक विमान और 75 से अधिक प्रिसिशन-गाइडेड हथियार शामिल थे; यह अमेरिकी वायुसेना के इतिहास का सबसे बड़ा B-2 ऑपरेशनल स्ट्राइक था।
  • बंकर बस्टर का पहली बार प्रयोग: पहली बार युद्ध में GBU-57 ‘मसिव ऑर्डनेंस पेनिट्रेटर’ (MOP) का इस्तेमाल हुआ; प्रत्येक बम लगभग 20 फीट लंबा, 31.5 इंच चौड़ा और 13,000 किलोग्राम (30,000 पाउंड) वजनी है, जो 60 मीटर (200 फीट) गहराई तक घुसकर विस्फोट कर सकता है।
  • फोर्दो पर मुख्य हमला: फोर्दो यूरेनियम संवर्धन केंद्र है, जो लगभग 90 मीटर (300 फीट) गहरे पहाड़ के नीचे स्थित है,उस पर 12 MOP बम गिराए गए; सैटेलाइट इमेज में साइट पर छह बड़े गड्ढे दिखे।
  • अन्य ठिकाने: नतान्ज़ और इस्फहान परमाणु ठिकानों को भी निशाना बनाया गया; अमेरिकी पनडुब्बी से टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें भी दागी गईं।
  • परिणाम और प्रतिक्रिया: अमेरिकी रक्षा अधिकारियों के अनुसार, इन हमलों ने “अत्यंत गंभीर क्षति” पहुँचाई; ईरान और IAEA ने तत्काल रेडियोधर्मी रिसाव से इनकार किया; इज़राइल ने अमेरिकी कार्रवाई का समर्थन किया, जबकि ईरान ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी।