NASA के कार्बन मॉनिटरिंग मिशन बंद करने की योजना
- 12 Aug 2025
11 अगस्त, 2025 को प्रकाशित रिपोर्टों के अनुसार, ट्रंप प्रशासन ने 2026 वित्तीय वर्ष के लिए NASA के दो कार्बन मॉनिटरिंग मिशन- परिक्रमाशील कार्बन वेधशाला-2 (Orbiting Carbon Observatory-2 : 2014 में लॉन्च किया गया फ्री-फ्लाइंग सैटेलाइट) और 2019 से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से जुड़े हाई-प्रिसिज़न इंस्ट्रूमेंट—को बंद करने की योजना बनाई है। बजट प्रस्ताव में अब इन मिशनों के लिए कोई फंडिंग नहीं है।
मुख्य तथ्य:
- मिशनों की भूमिका: ये मिशन पृथ्वी के वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड के स्रोत, अवशोषण स्थल, तथा पौधों के स्वास्थ्य की उच्च सटीकता के साथ निगरानी करते थे। ये डेटा वैज्ञानिकों, नीति-निर्माताओं, किसान और ऊर्जा कंपनियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
- प्रमुख निष्कर्ष: OCO मिशनों की मदद से वैज्ञानिकों ने पाया कि अमेज़न वर्षावन अब अधिक CO₂ उत्सर्जित करता है; वहीं कनाडा और रूस के बोरेल वन अप्रत्याशित कार्बन सिंक बन रहे हैं। ये मिशन फोटोसिंथेसिस का “ग्लो” भी डिटेक्ट कर सकते हैं, जिससे सूखा और संभावित खाद्य संकट को पहले से पहचानना संभव होता है।
- NASA का आधिकारिक बयान: NASA ने ईमेल स्टेटमेंट में कहा कि ये मिशन ‘मुख्य मिशन’ से आगे जा चुके हैं और राष्ट्रपति के बजट एजेंडा के अनुरूप इन्हें समाप्त किया जा रहा है।
- वैज्ञानिकों की चिंता: पूर्व NASA वैज्ञानिकों के अनुसार अन्य किसी प्रणाली की तुलना में अधिक संवेदनशील हैं; वैश्विक जलवायु अध्ययन, कृषि और आपात खाद्य संकट को पहचानने में इनका योगदान असाधारण है। विशेषज्ञों ने बंद करने को वैज्ञानिक दृष्टि से अनुचित और नुकसानदायक बताया है।
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