भारत-ईरान वार्ता : चाबहार और क्षेत्रीय सहयोग पर रणनीतिक चर्चा

  • 08 Sep 2025

7 सितम्बर, 2025 को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने अपने ईरानी समकक्ष अली अकबर अहमदियन से फोन पर क्षेत्रीय सहयोग व चाबहार बंदरगाह परियोजना को लेकर चर्चा की।

मुख्य तथ्य:

  • चाबहार परियोजना पर जोर: भारत ने मई 2024 में ईरान के साथ 10-वर्षीय अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे—शहीद बेहेश्ती टर्मिनल, चाबहार बंदरगाह (ओमान की खाड़ी पर), भारत को अफगानिस्तान और मध्य एशिया तक पाकिस्तान को बायपास कर सीधी पहुंच देता है।
  • वित्तीय और व्यावसायिक प्रगति: वर्ष 2016-17 से भारत सरकार ने 400 करोड़ रु। स्वीकृत किए व 201।51 करोड़ रु। अब तक खर्च; 2023-24 में बंदरगाह पर जहाज यातायात में 43% और कंटेनर यातायात में 34% की वृद्धि।
  • रणनीतिक महत्व: चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) तथा बेल्ट-एण्ड-रोड इनिशिएटिव (BRI) में चीनी निवेश की कमी स्थितियों में चाबहार भारत-ईरान रणनीतिक संबंधों में 'क्षेत्रीय ट्रांजिट हब' के रूप में उभरा है—पाकिस्तान के ट्रांजिट प्रभाव को सीमित करता है।
  • INSTC सहयोग: NSA डोभाल ने अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे (INSTC) में तेजी लाने और दो-तरफा व्यापार सुरक्षा, ऊर्जा व क्षेत्रीय स्थिरता के लिए सहयोग विस्तार पर बल दिया।
  • क्षेत्रीय शांति व संतुलन: दोनों नेताओं ने तेजी से रणनीतिक परियोजनाओं को पूरा करने पर सहमति जताई, क्षेत्र में शांति व स्थिरता के लिए सहयोग को 'प्राचीन सभ्यताओं के साझा हित' बताया, और आपसी व्यापार-आर्थिक रिश्तों को और मजबूत करने का संकल्प लिया।