मिल्की वे की इंटरस्टेलर धूल का नया नक्शा तैयार
- 17 Sep 2025
16 सितम्बर, 2025 को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीनस्थ आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान संस्थान (ARIES) के वैज्ञानिकों ने 6,215 ओपन स्टार क्लस्टर्स के डेटा का उपयोग कर मार्ग (disk) में फैली इंटरस्टेलर धूल का विस्तृत त्रि-आयामी नक्शा तैयार किया.
मुख्य तथ्य:
- अध्ययन पद्धति: ESA Gaia मिशन (EDR3) के आंकड़ों और 6,215 ओपन क्लस्टर्स को लेकर मिल्की वे की तारों की रोशनी में धूल द्वारा पैदा ‘रेडनिंग’ का विश्लेषण किया गया।
- धूल वितरण: धूल बिल्कुल समतः नहीं, बल्कि एक पतली, तरंगाकार ‘रेडनिंग प्लेन’ बनाती है, जो गैलेक्सीय मध्यरेखा (बि=0°) के थोड़ा नीचे रहती है; सूर्य स्वयं इस ‘धूल परत’ के लगभग 50 प्रकाश-वर्ष (15.7 पारसेक) ऊपर है।
- घनत्व परिवर्तन: गैलेक्सीय केंद्र की ओर धूल अधिक घनी है; सबसे अधिक धूल गैलेक्सीय लॉन्गिट्यूड 41° की ओर, सबसे कम 221° पर पाई गई।
- स्वरूप एवं महत्व: धूल की यह असमान, लहरदार परतें मिल्की वे के जटिल आंतरिक गतिशीलता, सुपरनोवा, तारकीय हवाओं व गुरुत्वीय बदलावों का संकेत देती हैं; इसी परत में नई पीढ़ी के तारे और ग्रह बनने की प्रक्रिया होती है.
- भविष्य की योजना: व्यापक/दूरस्थ क्षेत्रों की उच्च गुणवत्ता डेटा (Gaia अगला डेटा रिलीज़, Vera Rubin वेधशाला) से पूरी मिल्की वे का त्रि-आयामी धूल नक्शा बनेगा, जिससे गहरे ब्रह्मांडीय रहस्य खुलेंगे।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे