इज़राइल द्वारा ग़ज़ा में जनसंहार: UN पैनल का ऐतिहासिक आरोप

  • 17 Sep 2025

16 सितम्बर, 2025 को संयुक्त राष्ट्र की 'इंडिपेंडेंट इंटरनेशनल कमीशन ऑफ इन्क्वायरी' (UNHRC द्वारा गठित) ने अपनी रिपोर्ट में निष्कर्ष निकाला कि इज़राइल ग़ज़ा में फिलिस्तीनियों को नष्ट करने के "इरादे" से जनसंहार (genocide) कर रहा है।

मुख्य तथ्य:

  • जनसंहार के कृत्य: रिपोर्ट के अनुसार, 1948 के जीनोसाइड कन्वेंशन (Genocide Convention) में परिभाषित 5 में से 4 कृत्य-समूह के सदस्यों की हत्या, गंभीर शारीरिक या मानसिक क्षति पहुंचाना, भौतिक विनाश की परिस्थितियाँ पैदा करना, और जन्म रोकने के उपाय लागू करना-इज़राइली बलों द्वारा किए गए हैं।
  • साक्ष्य : रिपोर्ट में इज़राइल के अधिकारियों के बयान और सैन्य कार्रवाई को स्पष्ट "जनसंहार का इरादा" (genocidal intent) मानते हुए साक्ष्य बताया गया; करीब 65,000+ फिलिस्तीनी मारे गए, जिसमें 83% नागरिक हैं; एक लाख से अधिक घायल, भुखमरी की स्थिति, चिकित्सा-शिक्षा संस्थानों की तबाही दर्ज की गई।
  • अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: इज़राइल ने रिपोर्ट को "झूठा और तोड़-मरोड़कर पेश" बताया; UN के मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर टर्क ने कहा कि अंतिम फैसला कोर्ट करेगा, लेकिन वर्तमान साक्ष्य गंभीर हैं।
  • जनसंहार पर वैश्विक बहस: रिपोर्ट ने दक्षिण अफ्रीका द्वारा चलाए गए ICJ केस, एमनेस्टी इंटरनेशनल, अन्य मानवाधिकार संगठनों द्वारा पहले से उठाए आरोपों को बल दिया; रिपोर्ट में पूर्ण, स्थायी युद्धविराम, मानवीय सहायता की अभिरूचि और ग़ज़ा में सभी UN एजेंसियों के लिए पूर्ण पहुंच की मांग की गई।
  • प्रभाव और चर्चा: ग़ज़ा सिटी में 10 लाख से अधिक आम नागरिक विस्थापित, भोजन एवं पानी के लिए संघर्ष, रोज़ाना बमबारी; इज़राइल के सैन्य कमांडरों पर 'अमानवीयता' और "अधिकतम नुकसान" की नीति का आरोप।