अंतरिक्ष में कृषि की संभावना

  • 08 Apr 2021

मार्च 2021 में नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) और हैदराबाद विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने संयुक्त रूप से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में बैक्टीरिया की नई प्रजातियों खोजी हैं, जो अंतरिक्ष यात्रियों और चंद्रमा या मंगल ग्रह के लिए अंतरिक्ष पर्यटकों की दीर्घकालिक खाद्य जरूरतों को पूरा करने के लिए अंतरिक्ष कृषि में मदद कर सकती है।

महत्वपूर्ण तथ्य: शोधकर्ताओं ने ISS पर विभिन्न स्थानों से मेथिलोबैक्टीरिया (Methylobacteriaceae) परिवार से संबंधित जीवाणु (बैक्टीरिया) के 4 अलग-अलग उपभेदों (स्ट्रेन) की खोज की है।

  • इनमें से 1 स्ट्रेन की पहचान मिथाइलोरुब्रम रोडेशियानम (Methylorubrum rhodesianum) के रूप में की गई, अन्य 3 को पहले कभी देखा नहीं गया था,जो एक नई प्रजाति है।
  • नई बैक्टीरिया प्रजाति मिथाइलोबैक्टीरियम अजमाली (Methylobacterium ajmalii) की मदद से पौधों को उगाना संभव हो सकता है। प्रजाति का नाम प्रख्यात जैव विविधता वैज्ञानिक डॉ. सैयद अजमल खान के नाम पर रखा गया है।
  • पृथ्वी पर अपने आप बढ़ने वाले पौधों को अंतरिक्ष में बढ़ने के लिए आवश्यक पोषक तत्व हेतु बैक्टीरिया की अतिरिक्त मदद की आवश्यकता होती है।
  • इन नए बैक्टीरिया में उपस्थित जीन पृथ्वी और अंतरिक्ष में पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक तीन पोषक तत्व नाइट्रोजन निर्धारण, फॉस्फेट को घुलने, और पोटेशियम को अवशोषित करते हैं।
  • इसके आलावा ये जीन प्रोटीन और रंगद्रव्य चयापचय (pigment metabolism) को बढ़ावा देने और पौधों को बीमारियों से लड़ने में भी सहायक हैं।