सतही जल एवं महासागर स्थलाकृति (SWOT) उपग्रह

  • 31 Dec 2022

16 दिसंबर, 2022 को स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट (SpaceX Falcon 9 rocket) की सहायता से सतही जल एवं महासागर स्थलाकृति (Surface Water and Ocean Topography-SWOT) अंतरिक्ष उपग्रह लांच किया गया।

SWOT उपग्रह के संदर्भ में

  • निर्माण एवं प्रबंधन: SWOT उपग्रह को कनाडा की अंतरिक्ष एजेंसी (Canadian Space Agency-CSA) एवं यूनाइटेड किंगडम की अंतरिक्ष एजेंसी (united kingdom space agency-UKSA) के योगदान से नासा (NASA) तथा फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी- नेशनल सेंटर फॉर स्पेस स्टडीज (National Center for Space Studies) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित और प्रबंधित किया गया है।
  • उद्देश्य: यह उपग्रह पृथ्वी के सतही जल का सर्वेक्षण (Surface water survey) करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह अपनी तरह का पहला वैश्विक सर्वेक्षण होगा जिसमें SWOT उपग्रह द्वारा यह पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि पृथ्वी पर स्थित जल निकायों में परिवर्तन किस प्रकार होता है।
  • कार्य प्रणाली: SWOT द्वारा महासागर संचालन मॉडल (Ocean circulation models) और मौसम एवं जलवायु भविष्यवाणियों (Weather and climate predictions) में सुधार करने में मदद के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर स्वच्छ जल प्रबंधन (Fresh water management) में सहायता करने के लिए प्रत्येक 21 दिनों में पृथ्वी के लगभग 90% भू-भाग का सर्वेक्षण किया जाएगा। सर्वेक्षण के दौरान यह उपग्रह मुख्य रूप से झीलों, नदियों, जलाशयों और समुद्री जल निकायों को आच्छादित करेगा।
  • विस्तार क्षेत्र: ग्लोब पर इसका आच्छादन मुख्य रूप से 78 डिग्री उत्तरी तथा 78 डिग्री दक्षिणी अक्षांश के मध्य होगा। इसके द्वारा प्रति दिन लगभग एक टेराबाइट असंसाधित डेटा (Raw Data) पृथ्वी पर प्रेषित किया जाएगा।
  • अन्य विशेषता: इस अंतरिक्ष यान का वैज्ञानिक केंद्र Ka-बैंड रडार इंटरफेयरोमीटर (KaRIn) नामक एक अभिनव उपकरण है। इस उपकरण के माध्यम से उपग्रह की तकनीकी प्रगति को चिन्हित किया जाता है। KaRIn रडार अंतरिक्ष यान के दोनों ओर लगे एंटीना के माध्यम से जल सतह से परावर्तित किरणों को अवशोषित करके उसे असंसाधित डेटा के रूप में परिवर्तित किया जाएगा, जिसे अंततः पृथ्वी पर स्थित शोध संस्थान एकत्र करेंगे।

महत्व

  • ताजे जल स्रोतों की जानकारी: SWOT उपग्रह से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर वैज्ञानिक पृथ्वी पर विस्तृत ताजे जल स्रोतों की वास्तविक जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इस मिशन के तहत कम से कम 15 एकड़ में विस्तृत पृथ्वी की लगभग 90% झीलों तथा कम से कम 330 फीट चौड़ी नदियों की जानकारी प्राप्त होगी।
  • एकीकृत शोध कार्य: वर्तमान समय में विभिन्न देशों द्वारा व्यक्तिगत स्तर पर इस प्रकार की झीलों एवं नदियों के प्रवाह एवं उनके जल-स्तर की जानकारी एकत्र की जाती है। वर्तमान मिशन, वैश्विक रूप से एकीकृत शोध कार्य को बढ़ावा देगा जिससे स्वच्छ जल के संरक्षण में मदद मिलेगी।
  • समुद्री जल स्तर की वास्तविक माप: SWOT उपग्रह समुद्री जल स्तर तथा तटवर्ती क्षेत्रों में समुद्री जल के विस्तार के संदर्भ में विस्तृत आंकड़े प्रदान करेगा। इससे विभिन्न देशों को ज्वार लाइन का निर्धारण करने तथा तटवर्ती योजनाओं को लागू करने में सहायता मिलेगी। यह परियोजना तटीय पारिस्थितिक तंत्र तथा समुद्री अर्थव्यवस्था पर निर्भर समुदायों को भी लाभान्वित करेगी।
  • सतही जल पर नवीन शोध कार्यों को बढ़ावा: इस परियोजना से शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं और संसाधन प्रबंधकों को बाढ़ एवं सूखे के बेहतर आकलन तथा समस्याओं के निवारण हेतु योजनाओं के निर्माण में मदद मिलेगी।
  • जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का आकलन: इस परियोजना से जलवायु परिवर्तन के समुद्री एवं सतही जल संसाधनों पर पड़ने वाले प्रभावों का व्यापक आकलन किया जा सकेगा तथा संभावित चुनौतियों से बचने के लिए पहले से ही तैयारी करने में सहायता मिलेगी।