भारत में नैनो आधारित कृषि-इनपुट और खाद्य उत्पादों के मूल्यांकन हेतु दिशानिर्देश

  • 15 Jul 2020

केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 7 जुलाई, 2020 को वीडियो लिंक के माध्यम से ‘भारत में नैनो आधारित कृषि-इनपुट और खाद्य उत्पादों के मूल्यांकन हेतु दिशा-निर्देश’ जारी किए।

  • उद्देश्य: नीति निर्माताओं और नियामकों को भारत के कृषि-इनपुट और खाद्य क्षेत्रों में भविष्य के नए नैनो-आधारित उत्पादों के लिए प्रभावी प्रावधान तैयार करने में मदद करना।
  • महत्वपूर्ण तथ्य: दिशा-निर्देश विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के जैव प्रौद्यागिकी विभाग (DBT), कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI), स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार किए गए हैं।
    • वर्तमान दिशा-निर्देश नैनो-कृषि-इनपुट उत्पादों (NAIPs) और नैनो-कृषि उत्पादों (NAPs) तथा नैनो-मटेरियल (Nano Material) से बने नैनो कंपोजिट और सेंसरों पर लागू होते हैं।

  • नैनो मेटेरियल: नैनो मेटेरियल (NM) एक ऐसी सामग्री है, जो कम से कम एक आयाम में आकार में 1 से 100 नैनोमीटर तक या आयामों के प्रभाव के कारण किसी भी सामग्री में सुधरा हुआ गुण (improved properties or phenomena) है।
  • नैनो-कृषि-इनपुट उत्पाद: नैनो-कृषि-इनपुट उत्पाद (NAIP) एक नैनो-मेटेरियल युक्त कृषि इनपुट तैयारी है, जिसमें खेती के उद्देश्य के लिए फसलों पर अनुप्रयोग (मिट्टी, बीज, पत्ते और फसलों में ड्रिप के माध्यम से और साथ ही अन्य तरीकों से) का प्रयोजन है।
  • नैनो-कृषि उत्पाद: नैनो-कृषि उत्पाद (NAP) एक नैनो-मेटेरियल युक्त कृषि तैयारी है, जिसमें भोजन और उनकी खुराक ( Food/feed and their supplements) के साथ-साथ पौष्टिक औषधीय पदार्थ डिलीवरी में उपभोग या अनुप्रयोग का प्रयोजन है।
  • लाभ: फसलों में नैनो-पोषक तत्वों के उपयोग से जमीन और सतह के पानी में पोषक तत्वों की कमी को दूर किया जा सकता है।