समसामयिकी -01 June 2022
पीआईबी न्यूज योजना एवं कार्यक्रम
इसरो तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु समझौता
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) ने 27 अप्रैल, 2022 को 'इसरो तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम' (ISRO Technical Training Programme) शुरू करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य: कार्यक्रम के तहत, अगले पांच वर्षों के दौरान 4000 से अधिक इसरो तकनीकी कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
- कार्यक्रम का उद्देश्य देश में अंतरिक्ष क्षेत्र में उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार इसरो के तकनीकी कर्मचारियों के कौशल विकास और क्षमता निर्माण हेतु प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अल्पकालिक पाठ्यक्रमों के लिए एक औपचारिक ढांचा तैयार करना है।
- यह प्रशिक्षण देश भर में स्थित कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले 'राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों (NSTI) द्वारा दिया जाएगा।
सामयिक खबरें योजना एवं कार्यक्रम
सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना
केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने 'सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना' Members of Parliament Local Area Development Scheme: MPLADS के नियमों को संशोधित किया है, जिसके तहत इस निधि पर मिलने वाले ब्याज को अब 'भारत की संचित निधि' में जमा किया जाएगा।
महत्वपूर्ण तथ्य: इस योजना के तहत प्रत्येक सांसद को सालाना 5 करोड़ रुपए आवंटित किए जाते हैं।
- MPLADS निधि जिला प्राधिकरण को जारी की जाती है और सांसदों के पास केवल विकास कार्यों की सिफारिश करने की शक्ति होती है। कार्य पूरा होने पर नामित जिला प्राधिकारी द्वारा भुगतान भी जारी किया जाता है।
- अब तक इस निधि पर मिलने वाले ब्याज को MPLADS निधि खाते में जोड़ा जाता था और इसे विकास परियोजनाओं के लिए इस्तेमाल किया जा सकता था।
भारत की संचित निधि: आयकर, केंद्रीय उत्पाद शुल्क, सीमा शुल्क जैसे करों के माध्यम से सरकार द्वारा प्राप्त सभी राजस्व और और सरकार द्वारा दिये गए ऋणों की वसूली से प्राप्त धन भारत के संविधान के अनुच्छेद 266 (1) के तहत गठित संचित निधि में जमा किए जाते हैं।
- सरकार अपने सभी खर्चों का वहन इसी निधि से करती है। संसद की अनुमति के बिना इस निधि से कोई राशि नहीं निकाली जा सकती है।
सामयिक खबरें सूचकांक एवं रिपोर्ट
खाद्य संकट पर वैश्विक रिपोर्ट 2022
विश्व खाद्य कार्यक्रम ने 4 मई, 2022 को 'खाद्य संकट पर वैश्विक रिपोर्ट 2022' (Global Report on Food Crises 2022) जारी की।
महत्वपूर्ण तथ्य: रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक स्तर पर भूख का स्तर खतरनाक स्तर पर बना हुआ है।
- रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन युद्ध ने भोजन, ऊर्जा और वित्त का त्रि-आयामी संकट पैदा किया है, जिसने दुनिया के सबसे कमजोर लोगों, देशों और अर्थव्यवस्थाओं पर विनाशकारी प्रभाव डाला है।
- 53 देशों या क्षेत्रों में लगभग 193 मिलियन लोगों ने 2021 में 'वैश्विक तीव्र खाद्य असुरक्षा' (global acute food insecurity) का अनुभव किया।
- रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि 2022 में वैश्विक तीव्र खाद्य असुरक्षा के 2021 के सापेक्ष और बिगड़ने की उम्मीद है।
- 2021 में, खाद्य संकट का सामना कर रहे लोगों की कुल संख्या के लगभग 70% दस देशों / क्षेत्रों - कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, अफगानिस्तान, इथियोपिया, यमन, उत्तरी नाइजीरिया, सीरियाई अरब गणराज्य, सूडान, दक्षिण सूडान, पाकिस्तान और हैती में पाए गए।
विश्व खाद्य कार्यक्रम: 1961 में स्थापित, संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम दुनिया का सबसे बड़ा मानवीय संगठन है, जो खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देता है। इसका मुख्यालय रोम में है।
- विश्व खाद्य कार्यक्रम को संघर्ष के क्षेत्रों में खाद्य सहायता प्रदान करने के प्रयासों के लिए 2020 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
सामयिक खबरें विज्ञान-प्रौद्योगिकी
गगनयान मिशन के लिये एचएस 200 सॉलिड रॉकेट बूस्टर
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 13 मई, 2022 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSC) में गगनयान मिशन के लिए मानव-अनुकूल सॉलिड रॉकेट बूस्टर 'एचएस200' (human-rated solid rocket booster HS200) का स्थैतिक परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया।
(Image Source: https://www.isro.gov.in/)
महत्वपूर्ण तथ्य: एचएस200 बूस्टर का डिजाइन और विकास तिरुवनंतपुरम में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) में पूरा किया गया।
- 'एचएस200' बूस्टर जीएसएलवी एमके-III (GSLV Mk-III) पर इस्तेमाल किए गए 'एस200' रॉकेट बूस्टर का 'मानव अनुकूलित' (human-rated) संस्करण है, जिसे LVM3 के नाम से जाना जाता है।
- गगनयान मिशन के लिये उपयोग किये जाने वाले जीएसएलवी एमके-III रॉकेट में दो 'एचएस200' बूस्टर होंगे, जो लिफ्ट-ऑफ के लिये इसे थ्रस्ट प्रदान करेंगे।
- एचएस200 3.2 मीटर के व्यास के साथ 20 मीटर लंबा बूस्टर है और ठोस प्रणोदक का उपयोग करने वाला दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा प्रचालनात्मक बूस्टर (operational booster) है।
- चूंकि गगनयान एक मानवयुक्त मिशन है, जीएसएलवी एमके-III में 'मानव अनुकूलन' की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विश्वसनीयता और सुरक्षा बढ़ाने के लिए सुधार होंगे।
- जीएसएलवी एमके-III के तीन प्रणोदन चरणों में से, दूसरा चरण द्रव प्रणोदक का उपयोग करता है जबकि तीसरा क्रायोजेनिक चरण है।
सामयिक खबरें पर्यावरण
एम्परर पेंगुइन को विलुप्त होने का खतरा
अर्जेंटीना अंटार्कटिक संस्थान के विशेषज्ञों के अनुसार अंटार्कटिका के बर्फीले टुंड्रा और ठंडे समुद्रों में पाये जाने वाले ‘एम्परर पेंगुइन’ (Emperor penguin) जलवायु परिवर्तन के परिणामस्वरूप अगले 30 से 40 वर्षों में विलुप्त हो सकते हैं।
(Image Source: https://timesofindia.indiatimes.com/)
महत्वपूर्ण तथ्य: अनुमानों के अनुसार 60 और 70 डिग्री अक्षांशों के बीच स्थित इनकी आबादी अगले कुछ दशकों में यानी अगले 30 से 40 वर्षों में विलुप्त हो सकती है।
- एम्परर पेंगुइन, दुनिया का सबसे बड़ा पेंगुइन है और यह अंटार्कटिका के लिए स्थानिक केवल दो पेंगुइन प्रजातियों में से एक है।
- यह अंटार्कटिक की सर्दियों के दौरान बच्चे को जन्म देता है और अप्रैल से दिसंबर तक नवेली चूजों के घोंसले के लिए ठोस समुद्री बर्फ की आवश्यकता होती है।
- यदि बाद में समुद्र जम जाता है या समय से पहले पिघल जाता है, तो एम्परर पेंगुइन अपना प्रजनन चक्र पूरा नहीं कर पाता है।
- पेंगुइन के बीच सबसे लंबा प्रजनन चक्र एम्परर पेंगुइन की अनूठी विशेषता है। एम्परर पेंगुइन अपने बच्चे के जन्म के बाद, गर्माहट के लिए उसे अपने पैरों के बीच तब तक रखते हैं, जब तक कि वह अपनी अंतिम पंख विकसित नहीं कर लेता।
संक्षिप्त खबरें सार-संक्षेप अभियान/सम्मेलन/आयोजन
जीतो कनेक्ट 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 मई, 2022 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 'जैन अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन' (Jain International Trade Organisation) के 'जीतो कनेक्ट 2022' (JITO Connect 2022) के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया।
- तीन दिवसीय कार्यक्रम 'जीतो कनेक्ट 2022' का आयोजन 6 से 8 मई तक गंगाधाम एनेक्स, पुणे में किया गया।
- जैन अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन (JITO) दुनिया भर में जैन समुदाय को जोड़ने वाला एक वैश्विक संगठन है।
- ' जीतो कनेक्ट' का आयोजन आपसी नेटवर्किंग और व्यक्तिगत बातचीत के लिए एक अवसर प्रदान करके व्यापार और उद्योग जगत की मदद करने का एक प्रयास है।
संक्षिप्त खबरें सार-संक्षेप समझौते/संधि
आरपीएफ तथा एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन के मध्य समझौता
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने ‘तस्करी मुक्त राष्ट्र’ के लिए 6 मई, 2022 को एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन (Association for Voluntary Action) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
- आरपीएफ और एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन सूचना साझा करने, मानव तस्करी के खिलाफ काम करने के लिए आरपीएफ कर्मियों और रेलवे कर्मचारियों के क्षमता निर्माण और मानव तस्करी के मामलों की पहचान करने और पता लगाने में एक-दूसरे की मदद करेंगे।
रेलवे सुरक्षा बल: इसे रेलवे संपत्ति, यात्री क्षेत्र और यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
- इसने वर्ष 2018 से 'ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते' के तहत 50,000 से अधिक बच्चों को बचाया है। इसने हाल ही में 'ऑपरेशन आहट’ (मानव तस्करी के खिलाफ कार्रवाई) शुरू किया है।
एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन: इसे 'बचपन बचाओ आंदोलन' के रूप में भी जाना जाता है, जिसकी स्थापना नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के नेतृत्व में 1980 में की गई थी।
- इसकी स्थापना का उद्देश्य बच्चों के खिलाफ सभी प्रकार की हिंसा को खत्म करना और एक ऐसी दुनिया बनाना है, जहां सभी बच्चे स्वतंत्र, सुरक्षित और स्वस्थ हों और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करते हों।
- वर्ष 2014 में कैलाश सत्यार्थी एवं मलाला युसुफजई को बाल शिक्षा के क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान के लिये संयुक्त रूप से शांति के नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
संक्षिप्त खबरें सार-संक्षेप चर्चित दिवस
विश्व दूरसंचार और सूचना समाज दिवस (17 मई)
2022 का विषय: 'वृद्धजनों और स्वस्थ बुढ़ापे के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी' (Digital technologies for Older Persons and Healthy Ageing)।
महत्वपूर्ण तथ्य: वर्ष 1969 से 17 मई को प्रतिवर्ष विश्व दूरसंचार दिवस मनाया जाता है।
- 1865 में इसी दिन अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ की स्थापना हुई थी और पहले अंतरराष्ट्रीय टेलीग्राफ कन्वेंशन पर हस्ताक्षर किए गए थे।
- इस दिवस का उद्देश्य समाज और अर्थव्यवस्थाओं को आगे बढ़ाने में इंटरनेट और अन्य सूचना और संचार प्रौद्योगिकियों (आईसीटी) के उपयोग के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
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शहरी ऊष्मा द्वीप प्रभाव
वर्तमान में देश के कई हिस्से अत्यधिक तापमान का सामना कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहर, विशेष रूप से अधिक गर्म हैं। इसका कारण शहरी ऊष्मा द्वीप प्रभाव (Urban heat island) नामक एक परिघटना है।
- एक शहरी ऊष्मा द्वीप एक स्थानीय और अस्थायी परिघटना है, जिसका अनुभव तब होता है, जब किसी शहर के भीतर कुछ हिस्से उसी दिन आसपास के क्षेत्रों की तुलना में अधिक ऊष्मा (गर्मी) का अनुभव करते हैं।
- उदाहरण के लिए, पुणे में पाशन जैसे हरियाली वाले इलाके में शिवाजीनगर, छिंछवाड जैसे शहरी क्षेत्रों की तुलना में अक्सर ठंडा तापमान दर्ज किया जाता है।
- एक ही शहर में विभिन्न जगहों के तामपान में अंतर, मुख्य रूप से कंक्रीट के जंगलों से मिलते-जुलते वातावरण में ऊष्मा के अवरोधित हो जाने के कारण होता है। तापमान भिन्नता 3 से 5 डिग्री सेल्सियस के बीच हो सकती है।
- शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में वृक्षारोपण, खेत, जंगलों और पेड़ों के रूप में अपेक्षाकृत बड़ा हरित आवरण है। यह हरित आवरण अपने परिवेश में ऊष्मा (गर्मी) को नियंत्रित करने में प्रमुख भूमिका निभाता है।
- शहरों में आमतौर पर कांच, ईंटों, सीमेंट और कंक्रीट से निर्मित इमारतें होती हैं- ये सभी गहरे रंग की सामग्री हैं, जो अधिक ऊष्मा अवशोषित करते हैं।
राज्य समाचार त्रिपुरा
माणिक साहा त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष माणिक साहा ने 15 मई, 2022 को त्रिपुरा के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
(Image Source: https://scroll.in/)
- साहा ने बिप्लब कुमार देब की जगह ली, जिन्होंने 14 मई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
- बिप्लब कुमार देब त्रिपुरा के पहले भाजपा मुख्यमंत्री थे, जिन्होंने 2018 के विधान सभा चुनावों में भाजपा की प्रचंड जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- पेशे से दंत चिकित्सक साहा ने इस साल की शुरुआत में त्रिपुरा से एकमात्र राज्य सभा सीट जीती थी।
- 2016 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए साहा को 2020 में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था।