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क्रायोजेनिक इंजन
हाल ही में, क्रायोजेनिक इंजन को सामाचारों में देखा गया है। क्रायोजेनिक इंजन की सीमाएं क्या हैं?
- तरल प्रणोदक की तुलना में यह कम क्षमता वाला है।
- हाइड्रोजन के उत्सर्जन से भौतिक विफलता होती है।
- जलने योग्य तापमान प्राप्त करना मुश्किल है।
- इसका उपोत्पाद (by-product) भाप है जो कि अत्यधिक विषैला होता है।
नीचे दिए गए कूट से सही कथन का चयन करें:
A |
केवल 1 और 2
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B |
केवल 2 और 3
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C |
1, 2, 3 और 4
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D |
उपरोक्त में से कोई नहीं
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Explanation :
क्रायोजेनिक इंजन के लाभ:
1. इसकी क्षमता अत्यधिक होती है।
2. इसका उपोत्पाद (by-product) भाप है जो कि विषैला नहीं होता है।
क्रायोजेनिक इंजन की सीमाएं:
1. इसमें तरल ऑक्सीजन और तरल हाइड्रोजन होता है। इस हाइड्रोजन से हाइड्रोजन उत्सर्जन हो सकता है जिसके कारण भौतिक विफलता (विदर की प्रक्रिया आदि) हो सकती है।
2. क्रायोजेनिक का मतलब बेहद कम तापमान पर होता है, इसलिए जलने योग्य तापमान (combustion Temperature) प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है।
प्रश्न का उद्देश्य:
जी.एस.एल.वी. तीन चरणों वाला रॉकेट है जिसमें एक ठोस रॉकेट मोटर चरण, एक पृथ्वी संग्रहणीय तरल चरण तथा एक क्रयोजनिक चरण का उपयोग होता है। हाल ही में प्रक्षेपित GSLV मार्क-III संस्करण के स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन से लैस होने के कारण यह लगातार सामाचारों में है। अतः इसकी महत्ता को देखते हुए हमने छात्रों का ध्यान इसकी सीमाओं और लाभ की ओर आकृष्ट करने का प्रयास किया है।
स्रोत: isro.gov.in
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