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संसदीय समितियाँ
संसदीय समितियों के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- स्थायी समितियाँ किसी विशिष्ट प्रयोजन के लिए नियुक्त की जाती हैं और जब वे अपना काम समाप्त कर लेती हैं तथा अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत कर देती हैं, तब उनका अस्तित्व समाप्त हो जाता है।
- वित्तीय समितियों को विशेष रूप से शक्तिशाली माना जाता है, तथा यह तीन प्रकार की होती हैं:लोक लेखा समिति, प्राक्कलन समिति एवं सरकारी उपक्रमों संबंधी समिति।
- तदर्थ समितियां अनवरत प्रकृति की होती हैं अर्थात् इनका कार्य प्रायः निरंतर चलता रहता है। इस प्रकार की समितियों को वार्षिक आधार पर पुनर्गठित किया जाता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A |
केवल 2
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B |
केवल 1 और 2
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C |
1, 2 और 3
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D |
इनमें से कोई नहीं
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Your Ans is
Right ans is A
Explanation :
लोकसभा वेबसाइट के अनुसार, संसदीय समिति से तात्पर्य उस समिति से है, जो सभा द्वारा नियुक्त या निर्वाचित की जाती है अथवा अध्यक्ष द्वारा नाम-निर्देशित की जाती है तथा अध्यक्ष के निदेशानुसार कार्य करती है एवं अपना प्रतिवेदन सभा को या अध्यक्ष को प्रस्तुत करती है।
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