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अवमूल्यित मुद्रा
भारत के सन्दर्भ में अवमूल्यित मुद्रा के सम्बंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- यह चीन के आयात के साथ घरेलू कंपनियों को बेहतर तरीके से प्रतिस्पर्धा करने में मदद करेगा।
- इससे भारतीय अर्थव्यवस्था में अपस्फीति (deflation) हो सकती है।
- यह हमारे निर्यात और आयात को अधिक प्रतिस्पर्धी बना सकता है।
नीचे दिए गए कूट से सही कथन का चयन करें:
A |
केवल III
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B |
केवल II और III
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C |
I, II, III
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D |
I केवल
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Your Ans is
Right ans is D
Explanation :
अवमूल्यित मुद्रा के कारण, निर्यात प्रतिस्पर्धी और आयात महंगा हो जाता है, इसलिए कथन-III गलत है। चूंकि भारतीय अर्थव्यवस्था कच्चे तेल पर निर्भर है (80% आयात की जाती है), इसलिए यदि आयात महंगा होता है, तो आयातित वस्तुओं / सेवाओं पर निर्भर चीजें महंगी हो जाएंगी, अतः इससे मुद्रास्फीति की स्थिति होगी। इसलिए, कथन-II भी गलत है। चूंकि, आयात महंगा होने से चीन से आयातित उत्पाद भारतीय बाजार में महंगे होंगे, इसलिए इस परिस्थिति में घरेलू उत्पादकों को भारतीय बाजार में लाभ होगा, अतः कथन-I सही है।
स्रोत: द इकोनॉमिस्ट
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