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वायु गुणवत्ता
वायु गुणवत्ता सूचकांक के अनुसार दिल्ली की वायु गुणवत्ता अब ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है। वायु गुणवत्ता की जांच के लिए निम्नलिखित में से किस गैस की मात्रा का आकलन किया जाना चाहिए?
- कार्बन डाइऑक्साइड
- मीथेन
- अमोनिया
- ओजोन
- सल्फर डाइऑक्साइड
- पार्टीकुलेट मैटर 2.5
निम्नलिखित कोड में से सही कथन / कथनों का चयन करें
A |
केवल 1, 3, 4, 5 और 6
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B |
केवल 3, 4, 5, 6
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C |
1, 2, 3, 4, 5, 6
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D |
केवल 1, 3, 4, 5, 6
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Your Ans is
Right ans is B
Explanation :
2014 में स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शुरू किया गया था। एक्यूआई (AQI) वायु-गुणवत्ता एवं स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव को दिखाने के लिए रंग द्वारा कोडित तालिका का उपयोग करता है।
- मुख्य आदर्श वाक्य ‘वन नंबर- वन कलर-वन डेसक्रीपशन’ है ताकि आम लोग इसे बेहतर समझ सकें और इसकी व्याख्या कर सकें।
- यह मुख्य रूप से 8 प्रदूषकों जैसे पार्टीकुलेट मैटर 10 (PM10), PM 2.5, ओजोन, डिनाइट्रोजन मोनोक्सिड (NOx), सल्फर डाइऑक्साइड (Sox), कार्बन, लीड तथा अमोनिया की जांच करता है।
- लेकिन, यह मीथेन और कार्बन डाइऑक्साइड की जांच नहीं करता है। इसलिए, सही (b) उत्तर है ।
स्रोत: द हिन्दू, पीआईबी
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