कृत्रिम बौद्धिकता संबंधी अनुसंधान


प्रश्नः क्या सरकार ने शैक्षणिक संस्थाओं को कृत्रिम बौद्धिकता पर कार्य करने तथा कृत्रिम बौद्धिकता संबंधी प्रौद्योगिकी पर अनुसंधान कार्य का संवर्द्धन करने के लिए समर्थन देने का कोई प्रावधान किया है; यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है?

(जनार्दन सिंह सीग्रीवाल द्वारा लोकसभा में पूछा गया तारांकित प्रश्न)

विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री, पृथ्वी विज्ञान मंत्री और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन द्वारा दिया गया उत्तरः सरकार ने कृत्रिम बौद्धिकता (एआई) संबंधी कार्य करने और एआई प्रौद्योगिकी संबंधी अनुसंधान को बढ़ावा देने की दृष्टि से शैक्षिक संस्थाओं को सहायता प्रदान करने के प्रयोजनार्थ निम्नलिखित उपबंध किए हैं-

  1. 6 दिसंबर, 2018 को सरकार ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा कार्यान्वित किए जाने वाले राष्ट्रीय अंतर विषयक साईबर भौतिक प्रणाली मिशन (एनएम-आईसीपीएस) के प्रवर्तन को पांच वर्ष की अवधि के लिए 3660 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय से अनुमोदित किया। इसमें मानव संसाधन विकास, अनुसंधान एवं प्रौद्योगिकी विकास संवर्द्धन और एआई में स्टार्ट-अप शामिल हैं।
  2. नीति आयोग ने वर्ष 2018-19 के केन्द्रीय बजट में एआई विषयक राष्ट्रीय कार्यक्रम बनाने का अधिदेश प्राप्त किया। नीति आयोग ने जून 2018 में भारत के लिए राष्ट्रीय कृत्रिम बौद्धिकता कार्यनीति (एनएसएआई) जारी की।
  3. इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन एंड मैन्यूफेक्चरिंग (ईएसडीएम) तथा आईटी समर्थित सेवा क्षेत्रों में पीएचडी की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से वर्ष 2014 में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी के लिए विश्वेस्वरैया पीएचडी योजना 9 वर्ष के लिए 466 करोड़ रुपये के बजट से प्रारंभ की। यह योजना पीएचडी अध्येताओं को कृत्रिम बौद्धिकता सहित उदीयमान प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में अनुसंधान विषयक चुनौतियों का सामना करने हेतु प्रोत्साहित करती है।
  4. राष्ट्रीय सुपर कंप्यूटिंग मिशन (एनएसएम), डीएसटी ने सी-डेक, पुणे में एआई हेतु 2 पेटा फ्लॉप्स सुपर कंप्यूटिंग सुविधा केन्द्र की स्थापना को हाल ही में अनुमोदित किया है।
  • राष्ट्रीय अंतर विषयक साईबर भौतिक प्रणाली मिशन (एनएम-आईसीपीएस) देश भर में एआई एवं संबंधित प्रौद्योगिकियों के अध्ययन एवं निर्माण के लिए प्रसिद्ध शैक्षिक संस्थानों में 25 प्रौद्योगिकी नवप्रवर्तन हब (टीआईएच) का निर्माण करने वाला है। ये हब उत्पाद/सेवा विकसित करने में शिक्षा जगत, उद्योग, केन्द्रीय मंत्रालयों और राज्य सरकारों को जोड़ेंगे। कृत्रिम बौद्धिकता (एआई) संबंधी समर्पित एक प्रौद्योगिकी नवप्रवर्तन हब भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), खड़गपुर, पश्चिम बंगाल में उपलब्ध कराया गया। प्रत्येक प्रौद्योगिकी नवप्रवर्तन हब के क्रियाकलापों में प्रौद्योगिकी निर्माण, अंतरणीय अनुसंधान, मानव संसाधन विकास, स्टार्ट-अप पारितंत्र, अंतरराष्ट्रीय सहयोग आदि शामिल है।