मदरसों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना


प्रश्न: 1. समाज के सबसे निचले तबके के लोगों को शिक्षित करने के लिए किए गए प्रयासों का ब्यौरा क्या है;

प्रश्न: 2. राज्यों के अधिकांश मदरसों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों का ब्यौरा क्या है;

प्रश्न: 3. क्या सरकार का मदरसा पाठ्यक्रम को विनियमित करने और मदरसा के मौजूदा पाठ्यक्रम में आधुनिक पाठ्यक्रम को शामिल करने का भी प्रस्ताव है?

उत्तर: समाज के सबसे निचले तबके के लोगों को शिक्षित करने हेतु किये गए प्रयास

  • समग्र शिक्षा: यह प्री-स्कूल से कक्षा 12 तक के स्कूली शिक्षा क्षेत्र के लिए एक व्यापक कार्यक्रम है, जो ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों सहित सम्पूर्ण देश में वर्ष 2018-19 से चल रहा है।
    • योजना का विजन: शिक्षा के लिए सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विजन के अनुसार समावेशी और समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना।
  • पीएम पोषण योजना: ‘प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण’ (पीएम पोषण) के अंतर्गत शिक्षा के प्रारंभिक स्तर पर छात्रों को सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में एक गर्म पका हुआ भोजन प्रदान किया जाता है।
    • आकांक्षी जिलों और एनीमिया की अधिक व्यापकता वाले जिलों में बच्चों को पूरक पोषण मद उपलब्ध कराने के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं।
  • राष्ट्रीय साधन-सह-योग्यता छात्रवृत्ति योजना: इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मेधावी छात्रों को 8वीं कक्षा में ड्रॉप आउट को रोकने और उन्हे माध्यमिक स्तर पर अध्ययन जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।

मदरसों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए किए गए प्रयास

  • मदरसों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की योजना (SPQEM): एसपीक्यूईएम (SPQEM- Scheme for Providing Quality Education in Madrasas) एक स्वैच्छिक और मांग आधारित योजना है।
    • उद्देश्य: मदरसों और मकतबों जैसी पारंपरिक संस्थाओं को अपने पाठ्यक्रम में विज्ञान, गणित, सामाजिक अध्ययन, हिंदी और अंग्रेजी जैसे विषयों के माध्यम से आधुनिक शिक्षा शुरू करने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना।
    • कार्यान्वयन मंत्रालय: वित्तीय वर्ष 2021-22 से पूर्व इस योजना (SPQEM) का कार्यान्वयन शिक्षा मंत्रालय द्वारा किया जा रहा था। परन्तु 1 अप्रैल, 2021 से यह योजना अब अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा संचालित की जा रही है।
  • मदरसा शिक्षकों का प्रशिक्षण: एसपीक्यूईएम के दिशानिर्देशों के अनुसार, मदरसा शिक्षकों को प्राथमिक और माध्यमिक दोनों स्तरों पर सेवाकालीन प्रशिक्षण के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है।
    • हालांकि, मदरसा शिक्षकों की भर्ती और सेवा शर्तें, मदरसा प्रबंधन समिति/राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में आती हैं। इसके अलावा, संबंधित राज्यों में मदरसा शिक्षा बोर्ड से संबद्ध मदरसे संबंधित राज्यों की स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम का पालन करते हैं।
    • यदि राज्य स्कूली शिक्षा में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों का अनुसरण करता है, तो मदरसे एनसीईआरटी पाठ्यक्रम और पाठयपुस्तकों का अनुसरण करते हैं।
  • मदरसों को वित्तीय सहायता: एसपीक्यईएम के दिशा-निर्देशों के अनुसार, वित्तीय सहायता केवल उन्हीं मदरसों को प्रदान की जाती है जो किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल शिक्षा बोर्ड अर्थात राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) आदि से संबद्ध हैं।
    • मदरसों को इस योजना के तहत किसी भी सहायता का लाभ उठाने के लिए राज्य सरकार से स्कूलों के रूप में मान्यता प्राप्त करनी चाहिए।