पूर्वोत्तर ग्रामीण आजीविका परियोजना


पूर्वोत्तर ग्रामीण आजीविका परियोजना (North East Rural Livelihood Project: NERLP) 2012 से सितंबर 2019 तक लागू की गई थी।

  • इसे पूर्वोत्तर के 4 राज्यों के 11 जिलों मिजोरम (आइजोल और लुंगलेई जिले), नागालैंड (पेरेन और तुएनसांग जिले), सिक्किम (दक्षिण सिक्किम और पश्चिम सिक्किम जिले) और त्रिपुरा (पश्चिम त्रिपुरा, उत्तरी त्रिपुरा, सिपाहीजाला, खोवाई और उनाकोटी जिले) के 58 विकास खंडों के तहत 1,645 गांवों में लागू किया गया था।
  • परियोजना की प्रमुख उपलब्धियां इस प्रकार हैं- 10,462 लड़कों और लड़कियों को विभिन्न रोजगार संबंधित कौशलों में प्रशिक्षित किया गया; 2,92,889 परिवारों को 28,154 स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) और 1212 ग्राम संघों के गठन और 1599 सामुदायिक विकास समूहों के गठन के माध्यम से कवर किया गया था।
  • परियोजना के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों के 97% सदस्यों के पास बचत-बैंक खाते थे, जिनकी संचयी बचत 60.51 करोड़ रुपये थी।