गुजरात औद्योगिक नीति 2020

  • 10 Aug 2020

मुख्‍यमंत्री विजय रूपाणी ने 7 अगस्त, 2020 को गांधीनगर में गुजरात औद्योगिक नीति 2020 की घोषणा की।

  • औद्योगिक नीति में बुनियादी और नये उभरते क्षेत्रों को ऐसे पन्‍द्रह भागों में विभाजित किया गया है जिन पर विशेष जोर दिया जाएगा।
  • बुनियादी क्षेत्र के अंतर्गत जिनपर जोर दिया जाएगा, उनमें विद्युत मशीनरी और उपकरण, औद्योगिक मशीनरी और उपकरण, मोटरवाहन और मोटरवाहन वाहनों के पुर्जे, चीनी मिट्टी, तकनीकी वस्‍त्र, कृषि और खाद्य प्रसंस्‍करण, औषधि और चिकित्‍सा उपकरण, रत्‍न और आभूषण तथा रसायन शामिल हैं।
  • दूसरी ओर नये उभरते क्षेत्रों में जिन पर जोर दिया जाएगा उनमें अत्‍याधुनिक विनिर्माण, अपशिष्‍ट प्रबंधन परियोजनाएं, इलेक्ट्रिक वाहन और उनके पुर्जे, सौर और पवन ऊर्जा समेत प्रदूषण मुक्‍त ऊर्जा उपकरण तथा पारम्‍परिक प्‍लास्टिक के स्‍थान पर सड़ कर नष्‍ट होने वाले पर्यावरण अनुकूल पदार्थ का उत्‍पादन शामिल है।
  • 8,000 करोड़ रुपए तक औसत वार्षिक परिव्यय वाली इस औद्योगिक नीति के तहत सभी क्षेत्रों में शत-प्रतिशत निर्यात करने वाली इकाइयों की स्‍थापना पर जोर दिया जाएगा।
  • नई नीति राज्य में वित्तीय सेवा, स्वास्थ्य सेवा, ऑडियो विजुअल सेवाओं, निर्माण इंजीनियरिंग तथा पर्यावरण सेवाओं आदि में संलग्न सेवा क्षेत्र के एमएसएमई को 7 वर्ष तक की अवधि के लिए सालाना 35 लाख रुपए तक 7% ब्याज अनुदान की पेशकश करेगी।
  • राज्‍य की नई औद्योगिक नीति केन्‍द्र सरकार के आत्‍मनिर्भर भारत अभियान के अनुरूप है। नई नीति, 31 दिसंबर 2019 को समाप्‍त हुई पुरानी नीति के स्‍थान पर लाई गई है।