दो विशालकाय ब्लैक होल्स का विलय

  • 18 Jul 2025

वैज्ञानिकों ने अब तक का सबसे विशालकाय ब्लैक होल विलय दर्ज किया है, जिसे GW231123 नाम दिया गया है। यह घटना 2023 में हुई थी, लेकिन इसका विश्लेषण और सार्वजनिक प्रस्तुति 15 जुलाई 2025 को ग्लासगो में GR24 और अमाल्डी सम्मेलन में की गई।

मुख्य तथ्य:

  • आकार और घटना: दोनों ब्लैक होल्स प्रत्येक का द्रव्यमान सूर्य के मुकाबले लगभग 100 गुना था; इनका विलय बहुत दुर्लभ, लेकिन अत्यंत ऊर्जावान खगोलीय घटना है।
  • विज्ञान में क्रांतिकारी संकेत: इस खोज से ब्लैक होल्स के निर्माण, तारों के विकास तथा ब्रह्मांडीय संरचना के वर्तमान मॉडल्स की समझ को नया विस्तार व सुधार मिलेगा।
  • ऊर्जा का स्तर: ब्लैक होल्स के विलय में उत्पन्न ऊर्जा का विशाल भाग गुरुत्वाकर्षण तरंगों के रूप में पूरे अन्तरिक्ष में बहुत दूर तक फैलता है।
  • गुरुत्वाकर्षण तरंगें: ये स्पेस-टाइम में उस तरह की तरंगें हैं जैसे झील में नाव चलने से पानी में लहरें पैदा होती हैं; लेकिन ये बहुत कमजोर होती हैं, इसलिए इन्हें केवल ऐसे बड़े घटनाक्रम में ही मापा जा सकता है।
  • ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: गुरुत्वाकर्षण तरंगों का सिद्धांत 1915 में आइंस्टीन के सामान्य सापेक्षता सिद्धांत में आया; पहली बार इन्हें 2015 में अमेरिका के LIGO ऑब्जर्वेटरी द्वारा खोजा गया था।
  • GR24 और अमाल्डी सम्मेलन : सामान्य सापेक्षता और गुरुत्वाकर्षण पर 24वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (GR24) और गुरुत्वाकर्षण तरंगों पर 16वां एडोआर्डो अमाल्डी सम्मेलन (Amaldi16) एक साथ ग्लासगो में 14-18 जुलाई, 2025 को आयोजित किए जा रहे हैं।