चंद्रयान-3 मिशन की दो साल के पूर्ण
- 15 Jul 2025
13 जुलाई 2025, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के ऐतिहासिक चंद्रयान-3 मिशन ने दो वर्ष पूरे किए। मिशन का मुख्य उद्देश्य चंद्र दक्षिणी ध्रुव के उच्च भू-भाग पर लैंडर और रोवर को उतारना तथा लैंडिंग और रोविंग क्षमताओं का प्रदर्शन करना था।
मुख्य तथ्य:
- प्रक्षेपण तिथि और वाहक रॉकेट: चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण 14 जुलाई 2023 को ISRO द्वारा विकसित LVM3 M4 रॉकेट से किया गया था।
- मॉड्यूल संरचना: मिशन में स्वदेशी प्रणोदन मॉड्यूल, लैंडर मॉड्यूल और एक रोवर शामिल था, जिनका उद्देश्य अंतर-ग्रह मिशनों के लिए नई तकनीकों का विकास व प्रदर्शन था।
- ऐतिहासिक सॉफ्ट लैंडिंग: 23 अगस्त 2023 को चंद्रयान-3 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सफल सॉफ्ट लैंडिंग की; भारत चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश और दक्षिणी ध्रुव के पास ऐसा करने वाला पहला देश बना।
- वैज्ञानिक प्रयोग: मिशन के दौरान चंद्र सतह पर नियर-सर्फेस प्लाज्मा की मात्रा, खनिज तत्वों की उपस्थिति, और शीर्ष मृदा का तापमान आदि मापने सहित कई महत्वपूर्ण प्रयोग किए गए।
- स्थल का नामकरण: प्रधानमंत्री ने विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर के उतरने वाले स्थल का नाम ‘‘शिवशक्ति’’ रखा।
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