दिल्ली, केरल और तमिलनाडु में जन्म दर राष्ट्रीय औसत से दोगुनी गति से गिरावट : रिपोर्ट
- 15 May 2025
13 मई 2025 को, भारत के रजिस्ट्रार जनरल द्वारा जारी सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (SRS) सांख्यिकीय रिपोर्ट 2021 के अनुसार, दिल्ली, केरल और तमिलनाडु में वार्षिक अशोधित जन्म दर (Crude Birth Rate - CBR) में गिरावट राष्ट्रीय औसत से लगभग दोगुनी गति से हो रही है।
मुख्य तथ्य और आंकड़े :
- राष्ट्रीय औसत: 2021 में भारत की कच्ची जन्म दर 19.3 प्रति 1,000 जनसंख्या रही, जो 2016-2021 के बीच हर साल 1.12% की दर से घटी।
- सबसे तेज गिरावट: तमिलनाडु में जन्म दर 2.35% प्रतिवर्ष, दिल्ली में 2.23% प्रतिवर्ष और केरल में 2.05% प्रतिवर्ष की दर से घटी, जो राष्ट्रीय औसत से लगभग दोगुनी है।
- सबसे धीमी गिरावट: राजस्थान (0.48%), बिहार (0.86%), छत्तीसगढ़ (0.98%), झारखंड (0.98%), असम (1.05%), मध्य प्रदेश (1.05%), पश्चिम बंगाल (1.08%) और उत्तर प्रदेश (1.09%) में जन्म दर में सबसे धीमी गिरावट दर्ज की गई।
- एकमात्र अपवाद: उत्तराखंड ऐसा एकमात्र राज्य रहा, जहां 2016-2021 के दौरान जन्म दर में वृद्धि दर्ज की गई।
- कुल प्रजनन दर (TFR): 2021 में भारत की कुल प्रजनन दर 2.0 रही, जबकि बिहार (3.0) और उत्तर प्रदेश (2.7) जैसे राज्यों में यह राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक रही। वहीं, पश्चिम बंगाल (1.4), दिल्ली (1.4), केरल (1.5), पंजाब (1.5), तमिलनाडु (1.5) और महाराष्ट्र (1.5) में TFR सबसे कम रही।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे