RBIकी वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट

  • 03 Jul 2025

2 जुलाई 2025 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट के अनुसार, भारत के अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (SCBs) की परिसंपत्ति गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियाँ (Gross NPAs) 2.3% के बहुवर्षीय न्यूनतम स्तर पर पहुँच गई हैं।

मुख्य तथ्य:

सकल और शुद्ध NPA: 31 मार्च 2025 तक बैंकों का सकल NPA अनुपात 2.3% और शुद्ध NPA अनुपात 0.5% रहा; पिछले वर्ष मार्च 2024 में सकल NPA 2.8% था।

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का सकल NPA मार्च 2024 के 3.7% से घटकर मार्च 2025 में 2.8% हो गया।

निजी क्षेत्र के बैंक: निजी क्षेत्र के बैंकों का सकल NPA अनुपात 2.8% पर स्थिर रहा।

पूँजी और सॉल्वेंसी: समग्र पूँजी स्तर नियामकीय न्यूनतम से ऊपर बने हुए हैं; शहरी सहकारी बैंकों की पूँजी स्थिति मजबूत हुई है और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ भी नियामकीय सीमा से ऊपर हैं।

बीमा क्षेत्र: जीवन और गैर-जीवन बीमा दोनों क्षेत्रों का समेकित सॉल्वेंसी अनुपात नियामक द्वारा निर्धारित न्यूनतम सीमा से ऊपर रहा।